सरगुजा: संभाग में सबसे बड़ी मेडिकल सुविधा के तौर पर मशहूर मेडिकल कालेज अस्पताल पर कुछ डॉक्टरों की वजह से बार-बार दाग लग रहे हैं. कभी इलाज में लापरवाही का मामला सामने आता है, तो कभी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों पर रिश्वत मांगने के आरोप लगते हैं.
सबूत के साथ की गई शिकायत
अस्पताल में पदस्थ पति-पत्नी डॉ. वी.के श्रीवास्तव और क्षिप्रा श्रीवास्तव को हटाने की मांग सबूत के साथ ग्रामीणों की ओर से की गई है. बड़ी बात यह है कि सबूतों के साथ शिकायत करने वाला न तो कोई नेता था, न आरटीआई कार्यकर्ता, न डॉक्टर और न ही किसी मीडियाकर्मी ने इसका खुलासा किया. मामले को कोई और नहीं बल्कि डॉक्टर के सितम के मारे ग्रामीण दुनिया के सामने लेकर आए.
आदिवासियों ने इकट्ठे किए सबूत
विशेष संरक्षित जनजाति के ये लोग पिछले कई साल से अपने साथ हो रही ज्यादती के खिलाफ सुनियोजित ढंग से सबूत इकट्ठे कर रहे थे. किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि, जिन्हें अशीक्षित वनवासी समझकर गलत तरीके से मोटी रकम वसूली जा रही थी.
अस्पताल स्टाफ को नहीं था अंदाजा
अस्पताल स्टाफ को इस बात का शायद अंदाजा भी नहीं था कि, ये लोग अपने अधिकारों को लेकर इतने जागरुक निकलेंगे और ऐसे सबूत इकट्ठा कर लेंगे कि, डॉक्टर के सामने बचने का कोई रास्ता ही न छूटे.
पर्ची पर लिखे थे कोटवर्ड
दरअसल इन लोगों ने अस्पताल में भर्ती मरीज की पर्चियां इकट्ठी कर रखी हैं. इन्हीं पर्चियों में डॉक्टर की ओर से लिखे गए वो कोट भी मौजूद हैं, जिनके जरिए मरीजों से रिश्वत की मांग की गई थी.
रिश्वत लेने का बनाया वीडियो
इतना ही नहीं, इन लोगों ने रिश्वत देने का वीडियो बनकार आला अफसरों से इसकी शिकायत की है. लोगों का आरोप है कि 'डॉक्टर वीके श्रीवास्तव अस्पताल में एडमिट पंडो और कोरवा जनजाति के लोगों से एक मेडिकल स्टोर में रिश्वत की रकम जमा कराते हैं. रकम जमा करने के बावजूद मेडिकल इक्यूपमेंट मरीज को नहीं दिए जाते थे. पैसा लेकर उन्हें यह कह दिया जाता है कि, डॉक्टर साहब को बता देना समान अस्पताल पहुंच जाएगा.
मरीजों को इक्यूपमेंट का बिल नहीं देने का आरोप
आरोप है कि इक्यूपमेंट का बिल न देकर अस्पताल की पर्ची में ही डॉक्टर साहब अपने हाथ से पेड लिख देते थे, वहीं इन आरोपों के साथ इन लोगों के पास दस्तावेजी सबूत के साथ ही वीडियो भी है. वीडियो में निजी मेडिकल स्टोर में अस्पताल की पर्ची से रकम जमा करने का खेल साफ-साफ देखा जा सकता है.
डॉक्टर को हटाने की मांग
डॉक्टर वीके श्रीवास्तव और उनकी पत्नी को हटाए जाने की मांग पीड़ितों की ओर से की जा रही है. बहरहाल अतीत पर नजर डालें तो ये दोनों ही डॉक्टर शुरू से विवादित रहे हैं और इनके खिलाफ कई शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन न जाने कौन सा ब्रम्हास्त्र इनके पास है कि इन पर करवाई नहीं होती.
बच्चे की मौत के बाद हुआ था बवाल
हालही में एक महिला के पेट मे बच्चे की मौत के मामले में खासा बवाल हुआ था. क्षिप्रा श्रीवास्तव पर आरोप लगे थे. डॉक्टर वीके श्रीवास्तव पर आरोप लगाने वाले युवक पर हमला करने की शिकायत मणिपुर चौकी में दर्ज हुई थी.