अंबिकापुर: जीवन रक्षक दवा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी अब भी फरार है. आरोपियों के पास से फिलहाल कोई इंजेक्शन बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए कलेक्टर ने निगरानी दल का गठन किया है.
इस तरह आरोपियों तक पहुंची पुलिस
रेमडेसिविर इंजेक्शन निगरानी दल (Remdesivir injection monitoring team) को एक ऑडियो मिला है. इसमें शुभम गुप्ता नामक युवक 16 हजार रुपये में इंजेक्शन सप्लाई करने की बात कर रहा था. मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर संजीव झा के निर्देश पर पुलिस ने मोबाइल नंबर धारक और अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया था. पुलिस ने पेंड्रा मरवाही निवासी शौरभ डेनियल और सनावल निवासी देवराज प्रसाद को गिरफ्तार किया.
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निजी हॉस्पिटल में टेक्नीशियन का काम करता था आरोपी
गिरफ्तार संजीव झा पूर्व में शहर के एक बड़े निजी हॉस्पिटल में टेक्नीशियन का काम करता था. दूसरा आरोपी देववराज दर्रीपारा में किराये के मकान में रहकर मेडिकल स्टोर में काम कर रहा था. फिलहाल पुलिस दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है. शुभम गुप्ता की तलाश जारी है.
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रायपुर पुलिस ने चार आरोपियो को किया था गिरफ्तार
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड बढ़ गई है. इसकी आड़ में इंजेक्शन की कालाबाजारी जमकर हो रही है. 25 अप्रैल को रायपुर पुलिस ने 4 आरोपियों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए गिरफ्तार किया था. आरोपियों के पास से 7 रेमडेसिविर इंजेक्शन, 1 लाख 38 हजार रुपए नकदी, 5 मोबाइल फोन जब्त किया था. आरोपियों के खिलाफ औषधि अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई थी.