सरगुजा: कोरोना महामारी के कारण पढ़ाई के पैटर्न को भी बदल कर रख दिया है. कोविड-19 संक्रमण की वजह से स्कूल भी बंद हैं. राज्य सरकार के आदेशनुसान ऑनलाइन क्लास ली जा रही है. लेकिन वनांचल क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या सबसे बड़ा रोड़ा बनी हुई है. ऑनलाइन शिक्षा की योजना पर काम तो शुरू हुआ, लेकिन जहां नेटवर्क ही नहीं वहां बच्चों को शिक्षा कैसे दी जाए. इन यह सबसे बड़ा सवाल है. इन तमाम समस्यों के बीच मैनपाट के प्राथमिक शाला जामझरिया के प्रधान पाठक अरविंद गुप्ता बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहें हैं. बता दें कि अरविंद गुप्ता के पढ़ाने के तरीके और रचनात्माकता के लिए राज्यपाल अवार्ड और 2 बार मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण सम्मान से पुरस्कृत किया जा चुका है.
शिक्षक अरविंद गुप्ता दिन में बच्चों को 2 घंटे मोहल्ला क्लास में पढ़ाने के बाद बाकी 4 घंटे समय का सदुपयोग करते हुए स्कूल में पेन्टिंग करते हैं. ताकि समय का सदुपयोग के साथ-साथ स्कूल की सुंदरता भी बढ़ सकें और स्कूल में साफ-सफाई की व्यवस्था बनी रहें. ताकि आने वाले दिनों में बच्चों को जब स्कूल में पढ़ाया जाए, तो उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कतें और अव्यवस्था न हो.
सरगुजा के आदिवासी बाहुल्य इलाके में प्रधान पाठक अरविंद गुप्ता मोहल्ला क्लास लगा रहे हैं. शुरुआत में बच्चों का रुझान थोड़ा कम जरूर था, लेकिन अब बच्चे भी इसे पसंद कर रहे हैं. प्रधान पाठक अपने सहयोगी शिक्षकों के साथ मिलकर 2 घंटे क्लास ले रहे हैं. यहां सोशल डिस्टेसिंग समेत मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करते हुए शिक्षा प्रदान की जा रही है. ताकि आदिवासी बाहुल्य इलाके के बच्चों का भविष्य संवारा जा सके. बच्चों को इन टीचर्स के पढ़ाई का तरीका बेहद पसंद है. इसलिए बच्चे प्रतिदिन मोहल्ला क्लास में भाग लेकर पढ़ाई के साथ-साथ कोरोना महामारी से बचने का तरीका भी सीख रहें हैं.
'द टीचर एप' में भी बनाई जगह
बहरहाल, शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और प्रेरणास्पद जानकारियों वाले राष्ट्रीय स्तर के 'द टीचर एप' में स्थान बनाने वाला शासकीय प्राथमिक पाठशाला जामझरिया सरगुजा संभाग का पहला और छत्तीसगढ़ का चौथा शासकीय स्कूल बन चुका है. यहां पदस्थ शिक्षक अरविंद गुप्ता प्रयासों से कोरोना काल में भी बच्चों की पढ़ाई पर आंच तक नहीं दी और तमाम परेशानियों के बीच बच्चों की पढ़ाई जारी है. कड़ी प्रतिष्पर्धा के बीच राष्ट्रीय स्तर के एप में शिक्षक अरविंद गुप्ता और प्राथमिक पाठशाला जामझरिया के नवाचार को स्थान मिलना गर्व की बात है.