सरगुजा: कोरोना के बाद पोस्ट कोविड के कारण होने वाली बीमारियों के साथ ही अन्य संक्रामक बीमारियों की जांच के लिए अब सरगुजा में भी इंटीग्रेटेड ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट Integrated Block Public Health Unit की स्थापना की जा रही है. सरगुजा जिले के लिए फिलहाल दो ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट की स्वीकृति प्रदान की गई है. जिसकी मदद से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में फैलने वाली बीमारी की सही समय पर पहचान कर उपचार करने के साथ ही फैलने से रोका जा सकेगा.
देश में नहीं था टेस्टिंग नेटवर्क: यह यूनिट अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होने के साथ ही हमर लैब से जुड़ी होगी. कोरोना संक्रमण काल के दौरान सबसे बड़ी परेशानी संक्रमित मरीजों की पहचान कर उसका उपचार करना था. कोरोना काल में देश भर में यह समस्या सामने आई. जब एक नए वायरस ने हमला किया. इस वायरस की पहचान के लिए हमारे पास कोई संसाधन उपलब्ध नहीं थे और यही कारण रहा कि कोरोना संक्रमण तेजी से फैला.
कोरोना से सबक लेकर बनाई योजना: कोरोना संक्रमण से सबक लेकर केंद्र सरकार ने संक्रामक बीमारियों को फैलने से पहले ही प्राइमरी स्तर पर रोकने की कार्ययोजना बनाई है. सरगुजा को हमर लैब की स्वीकृति पूर्व में प्रदान की गई थी. अब हमर लैब का निर्माण पूरा हो चुका है. जल्द ही इसका शुभारंभ किया जायेगा और सरगुजा वासियों को विश्व स्तरीय आधुनिक लैब की सुविधा मिल सकेगी.
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यूएसए की कंपनी दे रही तकनिकी सपोर्ट: मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में बनाए जा रहे हमर लैब के साथ ही ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट की स्थापना के लिए तकनीकी मार्गदर्शन का कार्य यूएसए एटलांटा की सीडीसी कंपनी कर रही है. ब्लॉक पल्बिक हेल्थ यूनिट और हमर लैब आपस में जुड़े होंगे. अब तक सीएचसी, पीएचसी स्तर पर 6 से 7 प्रकार के जांच की सुविधा होती है, लेकिन ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट में कई प्रकार के जांच की सुविधा होगी. इसके साथ ही ही यह हमर लैब से भी जुड़ा होगा. ऐसे में यदि कोई जांच ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट में नहीं हो पाएगी तो जांच से संबंधित सैम्पल एकत्रित करने बाद उसे सीधे हमर लैब में भेज दिया जाएगा और संबंधित ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट में इसकी रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएगी.
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी लैब : यह लैब पूर्ण रूप से अत्याधुनिक होगी. इस लैब की स्थापना में आधुनिक उपकरणों की स्थापना तो की जाएगी. इसके साथ ही इसका दूसरा भाग आईटी आधारित होगा. जिसके तहत सभी लैब आपस में ऑनलाइन जुड़े होंगे. लैब में किसी नए बीमारी की जांच कर पहचान की जाती है तो इसकी जानकारी जिला, राज्य स्तर के साथ ही सीधे दिल्ली तक पहुंच जाएगी.