सरगुजा : कोविड-19 महामारी से पूरा विश्व जूझ रहा है. भारत में भी लोग लॉकडाउन की स्थिति से गुजर रहे हैं और इस कोरोना वायरस से जंग में पूरे भारतवासी अपने-अपने तरह से अपना योगदान दे रहे हैं. लोग घर में रहकर भी देशवासियों को जागरूक करने के साथ-साथ उनके मनोरंजन और कोरोना वॉरियर्स की हौसला आफजाई कर रहे हैं. अंबिकापुर की स्तुति जायसवाल ने छत्तीसगढ़ी में कोरोना जागरूकता गीत के बाद अब हिंदी में कोरोना गीत गाया है.
अंबिकापुर की नन्ही कलाकार स्तुति जायसवाल और उनके पिता राजेश जायसवाल भी लॉकडाउन में घर से ही कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान दे रहे हैं. राजेश संगीतकार हैं और उनकी बेटी स्तुति नेशनल टेलीविजन के सिंगिंग रियलिटी शो की फाइनलिस्ट हैं. लिहाजा राजेश ने छत्तीसगढ़ी भाषा मे कोरोना जागरूकता गीत बनाया और उसे स्तुति ने गाया, यह छत्तीसगढ़ी गीत कुछ ही दिनों में इतना मशहूर हो गया की पूरे छत्तीसगढ़ में लोगों की जुबान पर छाया हुआ है. यहां तक की छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों ने भी इसे शेयर किया और इसकी सराहना की.
परिवार ने भी इस काम में दिया योगदान
छत्तीसगढ़ी कोरोना गीत की सफलता से मिली प्रेरणा की वजह से राजेश जायसवाल ने एक गीत हिंदी में बनाया है ताकी इसे पूरा देश सुन सके, इस गीत को स्तुति ने गाया है. इस गीत में कोरस की जरूरत थी, लेकिन लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग में पालन की वजह से ना तो वो बाहर जा सकते थे ना ही किसी को बुला सकते थे, लिहाजा उनकी पत्नी और छोटी बेटी ने भी इस गीत में अपना योगदान दिया.
हर हिंदी भाषी तक पहुंचेगा ये कोरोना गीत
छत्तीसगढ़ी कोरोना गीत की सफलता का श्रेय स्तुति और राजेश जायसवाल ने ETV भारत को देते हुए कहा कि उन्होंने तो घर पर रहकर गीत बनाया लेकिन उसे बाहर लोगों तक पहुंचाने में ETV भारत ने अहम योगदान निभाया है. अब यह गीत छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे भारत के हर हिंदी भाषी इंसान को जागरूकता का संदेश देने के लिए तैयार है.