अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ में इन दिनों चुनावी माहौल है. नेता चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं. इस दौरान सीतापुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो के जाति प्रमाण पत्र का मामला गरमा गया है. दरअसल, जनजाति समाज के पदाधिकारी की ओर से कुछ दिनों पहले हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. याचिका के अनुसार हाई कोर्ट ने रायगढ़ कलेक्टर को रामकुमार टोप्पो के जाति प्रमाण पत्र की जांच के आदेश दिए थे. इधर, जनजातीय सुरक्षा मंच के जिला संयोजक बिहारी लाल तिर्की की ओर से सरगुजा कलेक्टर को ज्ञापन सौप कर मांग की गई है कि रामकुमार टोप्पो के नामांकन की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए.
जनजातीय सुरक्षा मंच के जिला संयोजक का बयान : इस बारे में जनजातीय सुरक्षा मंच के जिला संयोजक बिहारी लाल तिर्की का कहना है कि, "बिलासपुर हाईकोर्ट के आदेश पर रायगढ़ कलेक्टर की ओर से रामकुमार टोप्पो के जाति प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है. सरगुजा के सीतापुर से रामकुमार टोप्पो की ओर से नामांकन की प्रक्रिया की जा रही है, जिसमें जांच पूरी होने तक रोक लगाने की हम मांग कर रहे हैं."
बीजेपी को हो सकता है नुकसान: इस बीच क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत भगत चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं. बीजेपी प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो भी चुनावी प्रचार कर रहे हैं. उनके जाति प्रमाण पत्र पर जिस तरह से सवाल उठ रहा है. इससे बीजेपी के चुनावी माहौल में खलल पड़ने की संभावना है.वहीं, इसका फायदा कांग्रेस के साथ-साथ क्षेत्र में आप पार्टी को भी मिल सकता है.