ETV Bharat / state

मूक बधिर बच्चों का यौन शोषण,जानिए कहां के हैं दरिंदे

सरगुजा में मूक बधिर बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है.

Sexual harassment of deaf and dumb children in Ambikapur
मूक बधिर बच्चों का यौन शोषण
author img

By

Published : Aug 10, 2022, 7:16 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा : अंबिकापुर के निजी विशेष विद्यालय (Private Special Schools in Ambikapur) में पढ़ रहे मूक बधिर बच्चों ने अपने साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया (Sexual harassment of deaf and dumb children in Ambikapur) है. बेहद संगीन आरोप एक निजी संस्थान पर लगाए गए हैं. इसे लेकर बच्चे सरगुजा कलेक्टर के पास फरियाद लेकर आये थे. बच्चों ने सांकेतिक भाषा में अपनी बात बताई और उनके साथ उनके परिजनों ने पूरी बात मीडिया से बताई.मूकबधिर छात्रों ने हॉस्टल वार्डन पर गंभीर आरोप लगाये हैं. छात्रों ने सांकेतिक भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपना दर्द बताया है.



एफआईआर की मांग : इस मामले में भाजपा युवा मोर्चा ने आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा (Ambikapur crime news ) हैं. साथ ही आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. मूकबधिर छात्रों ने सांकेतिक भाषा में बताया कि ''इसकी शिकायत पहले भी स्कूल प्राचार्य से भी की गई थी. लेकिन प्राचार्य ने मामले को दबाने का प्रयास किया.''



क्या हुई कार्रवाई : इस मामले पर समाज कल्याण विभाग के अधिकारी डीके राय ने बताया "बच्चों के साथ मारपीट जैसी घटनाएं किसी भी शैक्षणिक संस्थान में अपराध की श्रेणी में आता है. घटना के सामने आने के बाद तत्काल आरोपी शिक्षक को बर्खास्त कर दिया है.आरोपी शिक्षक पर कानूनी कार्रवाई की छात्र मांग कर रहे हैं.जिसके लिए उन्हें एफआईआर कराने के लिए थाने भेज दिया गया है. फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है.'' ज्वाइंट कलेक्टर खेल चंद्र अग्रवाल ने कहा "कुछ बच्चे आये थे जिन्होंने बताया की स्कूल में 4 शिक्षक हैं. जिन पर यौन उत्पीड़न का आरोप है. समाज कल्याण विभाग अंबिकापुर इसमें कार्रवाई कर रहा है. 2 शिक्षक पर कार्रवाई कर दी गई है और चौकीदार और बाबू के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी है. उनको सलाह दी गई है कि आपके तरफ से आप भी एफआईआर करा सकते हैं"



अभी तक दर्ज नहीं हुई कार्रवाई : अधिकारियों ने शिकायत के बाद कार्रवाई के निर्देश तो दे दिये हैं. लेकिन अब तक इस मामले में प्रशासन की तरफ से एफआईआर नही कराई गई है. पीड़िता को एफआईआर कराने के सलाह प्रशासन ने दी है.अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस तरह के कृत्य के खिलाफ सख्त कदम उठाता है या नही.

सरगुजा : अंबिकापुर के निजी विशेष विद्यालय (Private Special Schools in Ambikapur) में पढ़ रहे मूक बधिर बच्चों ने अपने साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया (Sexual harassment of deaf and dumb children in Ambikapur) है. बेहद संगीन आरोप एक निजी संस्थान पर लगाए गए हैं. इसे लेकर बच्चे सरगुजा कलेक्टर के पास फरियाद लेकर आये थे. बच्चों ने सांकेतिक भाषा में अपनी बात बताई और उनके साथ उनके परिजनों ने पूरी बात मीडिया से बताई.मूकबधिर छात्रों ने हॉस्टल वार्डन पर गंभीर आरोप लगाये हैं. छात्रों ने सांकेतिक भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपना दर्द बताया है.



एफआईआर की मांग : इस मामले में भाजपा युवा मोर्चा ने आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा (Ambikapur crime news ) हैं. साथ ही आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. मूकबधिर छात्रों ने सांकेतिक भाषा में बताया कि ''इसकी शिकायत पहले भी स्कूल प्राचार्य से भी की गई थी. लेकिन प्राचार्य ने मामले को दबाने का प्रयास किया.''



क्या हुई कार्रवाई : इस मामले पर समाज कल्याण विभाग के अधिकारी डीके राय ने बताया "बच्चों के साथ मारपीट जैसी घटनाएं किसी भी शैक्षणिक संस्थान में अपराध की श्रेणी में आता है. घटना के सामने आने के बाद तत्काल आरोपी शिक्षक को बर्खास्त कर दिया है.आरोपी शिक्षक पर कानूनी कार्रवाई की छात्र मांग कर रहे हैं.जिसके लिए उन्हें एफआईआर कराने के लिए थाने भेज दिया गया है. फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है.'' ज्वाइंट कलेक्टर खेल चंद्र अग्रवाल ने कहा "कुछ बच्चे आये थे जिन्होंने बताया की स्कूल में 4 शिक्षक हैं. जिन पर यौन उत्पीड़न का आरोप है. समाज कल्याण विभाग अंबिकापुर इसमें कार्रवाई कर रहा है. 2 शिक्षक पर कार्रवाई कर दी गई है और चौकीदार और बाबू के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी है. उनको सलाह दी गई है कि आपके तरफ से आप भी एफआईआर करा सकते हैं"



अभी तक दर्ज नहीं हुई कार्रवाई : अधिकारियों ने शिकायत के बाद कार्रवाई के निर्देश तो दे दिये हैं. लेकिन अब तक इस मामले में प्रशासन की तरफ से एफआईआर नही कराई गई है. पीड़िता को एफआईआर कराने के सलाह प्रशासन ने दी है.अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस तरह के कृत्य के खिलाफ सख्त कदम उठाता है या नही.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.