सरगुजा: अंबिकापुर में फलों के दाम में तेजी है, फल काफी महंगे हैं, बीते वर्ष की तुलना में इस साल फलों के रेट ज्यादा हैं. मार्च के महीने में लॉकडाउन से पहले और अब के रेट में अंतर देखा जा रहा है. ETV भारत की टीम ने फल बेचने वालों से इस विषय पर पड़ताल की. फल व्यवसायियों ने बताया कि फलों के दाम थोक मंडियों से ही इतने अधिक बढ़े हुए हैं की फुटकर व्यवसायी मुनाफा नहीं कमा पा रहे हैं.
दरअसल, बढ़ती महंगाई के दौर में बाजार में फलों के दाम का जायजा लेने ETV भारत की टीम अंबिकापुर के फल मंडी पहुंची. जहां हर प्रकार के फल उपलब्ध हैं, लेकिन इन फलों के दाम आसमान छू रहे हैं. सिर्फ संतरा ही एक ऐसा फल है, जो सबसे सस्ता है. संतरा 30 रुपये किलो में बाजार में उपलब्ध है. वहीं सेब के दाम बेहद बढ़े हुए हैं. यह 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. ऐसे ही अनार, आलू बुखारा और कीवी के रेट भी काफी बढ़े हुए हैं.
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कम मुनाफे में ही फल बेचने को मजबूर
फुटकर फल विक्रेता यानि जिनसे हम और आप फल खरीदते हैं, वे खासे परेशान हैं. क्योंकि उन्हें थोक मंडी में फल महंगे मिल रहे है. बाजार की प्रतिस्पर्धा के कारण वे कम मुनाफे में ही फल बेचने को मजबूर हैं. फलों के दाम बढ़ने से फुटकर व्यापारियों के मुनाफे में कमी आई है.