सरगुजा: प्रदेश में धान खरीदी पूरी हो चुकी है. लेकिन धान पर सियासत अभी भी जारी है. धान खरीदी के समय भाजपा किसानों की समस्याओं को लेकर सड़क पर उतर आई थी. जिसे कांग्रेस ने दिखावा कहा था. अब कांग्रेस सरकार इस साल रिकॉर्ड धान खरीदी का दावा कर रही है. इस पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार आंकड़ेबाजी के खेल में जीत गई और किसान हार गया.
'धान खरीदी का लक्ष्य नहीं होता'
सरगुजा बीजेपी कार्यालय में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने प्रेसवार्ता की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने प्रदेश सरकार के रिकॉर्ड 95 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी के दावे पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान नहीं खरीदा तो सरकार अपने आप फेल हो गयी. क्योंकि धान खरीदी का कोई लक्ष्य नहीं होता, केवल अनुमान होता है. अनुमान के आधार पर खरीदी होती है. लक्ष्य केवल एक ही था प्रति एकड़ 15 क्विंटल. लेकिन सरकार ने चालाकी करके हेक्टेयर को एकड़ में बदला और एकड़ को डिसमिल में बदल दिया. सरकार प्रति एकड़ 15 क्विंटल लक्ष्य पूरा नहीं कर पायी.
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इसके अलावा अनुराग सिंहदेव ने धान बेचने के समय किसानों को बारदाने के लिए पैसा देना, टोकन के नाम पर वसूली जैसी समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि हर जिले में पंजीकृत 5-5 हजार किसान धान नहीं बेच पाए. सरकार आंकड़ें कुछ भी जारी करें, लेकिन जमीनी हकीकत और लक्ष्य सरकार पूरा नहीं कर पाई है.
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