सरगुजा: कोरोना की संभावित तीसरी लहर (corona third wave) को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है. सरगुजा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (surguja medical college hospital) प्रबंधन ने छोटे बच्चों की लिए अलग से पीडियाट्रिक वार्ड (pediatric ward) तैयार किया है. कोरोना संक्रमित बच्चों को बेहतर माहौल में उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 20 बिस्तरीय पीडियाट्रिक वार्ड का निर्माण किया गया है, जो सेंट्रल ऑक्सीजन युक्त है.
थर्ड वेब से लड़ने को तैयार अस्पताल
कोविड पीडियाट्रिक वार्ड में बच्चों के लिए 10 बेड आईसीयू, नवजात बच्चों के लिए वार्मर और अन्य मशीनों की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा बच्चों के लिए अलग से कोविड एसएनसीयू भी बनाया जा रहा है. वहीं दो नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट मेडिकल कॉलेज में लगाए जाने हैं, जिनमें से एक जनरेशन प्लांट पीडियाट्रिक कोविड वार्ड के लिए रहेगा.
बच्चों के लिए पीडियाट्रिक वार्ड का निर्माण
कोरोना संक्रमण में बड़ों के साथ बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं. कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें छोटे बच्चे कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं. ऐसे में इन बच्चों का उपचार अन्य कोरोना मरीजों के साथ ही किया जा रहा था. इसे ध्यान में रखते हुए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में छोटे बच्चों के लिए अलग से कोविड-19 के वार्ड का निर्माण किया गया है. 20 बिस्तरीय पीडियाट्रिक वार्ड में कोरोना वायरस मरीजों को रखा गया है, इसमें 10 बेड अलग से आइसीयू के हैं.
कोरोना की तीसरी लहर : बच्चों के लिए क्या खास तैयारी कर रहा है छत्तीसगढ़ का स्वास्थ्य विभाग ?
बच्चों के उपचार के लिए अस्पताल में बेहतर माहौल
सरगुजा मेडिकल कॉलेज में बच्चों के इलाज के लिए अलग से सेंट्रल ऑक्सीजन यूनिट की व्यवस्था की गई है. वहीं इन बच्चों को अच्छा वातावरण देने के उद्देश्य से वार्ड की दीवार पर बच्चों के पोस्टर चिपकाए गए हैं. फिलहाल 10 शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक मेडिकल कॉलेज के पास हैं. 5 अन्य डॉक्टरों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जल्द ही 5 और डॉक्टर यहां उपलब्ध होंगे.
जल्द पूरे होंगे काम: अस्पताल अधीक्षक
बहरहाल कोरोना की तीसरी लहर से पहले अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज ने तैयारियां लगभग पूरी कर ली है. यहां सिर्फ नए ऑक्सीजन प्लांट और कोविड एसएनसीयू का काम बचा हुआ है. मेडिकल कालेज अधीक्षक डॉक्टर लखन सिंह का कहना है की जल्द ही इस काम को भी पूरा कर लिया जाएगा.