अंबिकापुर: बड़े शहरों के तर्ज पर अंबिकापुर के वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना ठंडे बस्ते में है. 6 माह पहले पुलिस और पार्षदों की बैठक के दौरान सभी वार्डों में कैमरे लगाने का निर्णय लिया गया था. इसके बाद कैमरे लगाने पर जोर शोर से तैयारी की गई. नगर निगम ने एक प्रस्ताव भी बनाया गया, लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण शहर के संदिग्ध इलाके में कैमरा लगाने की महत्वपूर्ण योजना अब दम तोड़ रही है.
शहर में लगातार चोरी की वारदात हो रही है. आंकड़े की बात करें, तो शहर के अलग-अलग इलाके से पिछले एक महीने में 20 से अधिक बाइक की चोरी हो चुकी है. एक साल के भीतर अपराधिक घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है.
सीसीटीवी का सुझाव दिया था
अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने पुलिस विभाग और नगर निगम के संयुक्त सहयोग से शहर के वार्डों के संदिग्ध क्षेत्र और चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना थी. इसके लिए 7 महीने पहले कोतवाली में शांति समिति की बैठक के दौरान पार्षदों ने वार्ड के संदिग्ध चौक-चौराहों पर असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने का सुझाव दिया था. सुझाव पर पुलिस और पार्षदों ने सहमति दी थी, लेकिन किसी कारण से यह योजना सफल नहीं हो सकी.
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निगम प्रशासन पर पार्षद ने लगाया आरोप
पार्षद मधुसुदन शुक्ला ने निगम प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि शहर के सभी वार्डों के पार्षद अपनी पार्षद निधि देने को तैयार थे, लेकिन निगम प्रशासन में पार्षद निधि से सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रावधान नहीं है.
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जल्द होगी पार्षदों की मीटिंग
मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने रिंग रोड में चल रहे निर्माण कार्य की वजह से सीसीटीवी लगाने में देरी की बात कही. उन्होंने कहा कि रिंग रोड का निर्माण लगभग पूरा हो गया है. जल्द ही पार्षदों से मीटिंग कर सभी वार्डों में सीसीटीवी लगाने का काम किया जाएगा.