सरगुजा: स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में सरगुजा संभाग के हालात कुछ ठीक नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सरगुजा संभाग से हैं. संभाग के लोगों को उनसे काफी उम्मीदें है कि उनके गृह जिले में कुछ खास सुविधाएं होनी चाहिये. लेकिन ऐसा नहीं है. यहां ना तो ट्रामा सेंटर है, ना ही एमआरआई जांच की सुविधा लोगों के लिए है. इतना ही नहीं, यहां कोई न्यूरो सर्जन भी नहीं हैं. ऐसे मरीज यहां से या तो रायपुर, बनारस या रांची रेफर कर दिए जाते हैं.
बाहर ना जाना पड़े इलाज कराने: सरगुजा के स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारे सरगुजा के लोगों के लिये कोई भी सुविधा स्वास्थ्य के क्षेत्र में नहीं है. हम लोगों को इलाज के लिये बाहर जाना पड़ता है. यहां ट्रामा सेंटर, न्यूरो सर्जन और एमआरआई की जरूरत है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव अम्बिकापुर विधानसभा से विधायक हैं. आये दिन यहां एक्सीडेंट होते रहते हैं. हेड इंजरी होती हैं. ब्रेन में समस्या आती है. न्यूरो सर्जन न होने के कारण लोगों की मौत हो रही है. अगर यहां ट्रामा सेंटर होता तो ऐसे लोगों की जान बचाई जा सकती है.
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तीन माह में तैयार हो जाएगा ट्रामा सेंटर: मेडिकल कालेज के डीन डॉ आर मूर्ति ने बताया कि "ओटी कॉम्प्लेक्स के सामने ट्रामा सेंटर का निर्माण चल रहा है. जिला स्तरीय ट्रामा सेंटर हम 2 से ढाई महीने में चालू कर लेंगे. ट्रामा सेंटर के लिए नये 39 पद स्वीकृत हो गए हैं. न्यूरो सर्जरी की कमी निश्चित रूप से खलती है. लेकिन एमसीआई गाइड लाइन के अनुसार न्यूरो सर्जन लाने के लिए न्यूरो सर्जरी विभाग खोलना होगा. वो विभाग भी तब खुल सकेगा, जब 2022 में एडमिशन लिए सर्जरी के छात्रों की पहली बैच 2025 में पास आउट होंगी. जब तक न्यूरो सर्जरी विभाग नहीं खुल रहा, तब तक टेली मेडिसिन के माध्यम से कुछ सर्जन को ट्रेनिंग दिलाकर काम चलाया जाएगा. "