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सरगुजा: निगम में नेता प्रतिपक्ष ने उठाया टैक्स का मुद्दा, जमकर हुई बहस - crime nes

नेता प्रतिपक्ष जन्मेजय मिश्रा ने आरोप लगाया है कि निगम प्रशासन और सरकार की मिली भगत से बारात घरों के ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से काम किया जा रहा है.

नगर निगम, अंबिकापुर
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Published : Jun 8, 2019, 1:31 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम में सियासत शरू हो चुकी है. विपक्ष, सत्ता दल को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है. जाहिर सी बात है की, पहले विधानसभा, फिर लोकसभा चुनाव के बाद अब बारी है निकाय चुनावों की और ऐसे में राजनीतिक दलों का सक्रिय होना भी लाजमी है.

न्यूज स्टोरी.

ताजा मामला निगम के राजस्व से जुड़ा हुआ है. इस मामले में विपक्ष के नेताओं ने निगम के राजस्व की चिंता करते हुए ये आरोप लगाए हैं कि शहर के शादी भवन और लॉज के द्वारा निगम को राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है. नेता प्रतिपक्ष जन्मेजय मिश्रा ने आरोप लगाया है कि निगम प्रशासन और सरकार की मिली भगत से बारात घरों के ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से काम किया जा रहा है. पिछले 2 साल से इन संस्थाओं ने करीब 1 करोड़ रुपए का टैक्स जमा नहीं किया है.

खत्म होने वाला है अनुबंध

विपक्ष ने इस बात की चिंता जाहिर की है कि ठेकेदार का 10 साल का अनुबंध खत्म होने वाला है. इस वजह से बड़ी राशि बाकी होने पर अगर ठेकेदार भाग गया तो बड़ी राजस्व की क्षति नगर निगम को होगी. वहीं हमने इस संबंध में नगर निगम के महापौर से बात की तो उन्होंने बताया कि जितनी राशि ठेकेदार से ली जानी है, लागभग उतने की ही देनदारी निगम की ठेकेदार को भी है. इस संबंध में ठेकेदार ने अपनी राशि की मांग की है. इस संबंध में अगली एमआईसी की बैठक में निर्णय ले लिया जाएगा कि राशि समायोजन कर के टेक्स वसूला जाए या फिर पहले टैक्स जमा कराने के बाद ठेकेदार का भुगतान किया जाना है.

साठ-गांठ के आरोप

बहरहाल, आरोप साठ-गांठ के लगे हैं, ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की बात करते हुए विपक्ष ने निगम सरकार को घेरने का प्रयास किया है. लेकिन, यहां मामला निगम के राजस्व हानि की चिंता से कम चुनावी लाभ का अधिक प्रतीत हो रहा है. क्योंकि महापौर के मुताबिक ठेकेदार और नगर निगम के बीच, लेने और देने वाली राशि लगभग बराबर है. ऐसे में निगम के राजस्व को हानि की चिंता तो व्यर्थ ही है.

सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम में सियासत शरू हो चुकी है. विपक्ष, सत्ता दल को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है. जाहिर सी बात है की, पहले विधानसभा, फिर लोकसभा चुनाव के बाद अब बारी है निकाय चुनावों की और ऐसे में राजनीतिक दलों का सक्रिय होना भी लाजमी है.

न्यूज स्टोरी.

ताजा मामला निगम के राजस्व से जुड़ा हुआ है. इस मामले में विपक्ष के नेताओं ने निगम के राजस्व की चिंता करते हुए ये आरोप लगाए हैं कि शहर के शादी भवन और लॉज के द्वारा निगम को राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है. नेता प्रतिपक्ष जन्मेजय मिश्रा ने आरोप लगाया है कि निगम प्रशासन और सरकार की मिली भगत से बारात घरों के ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से काम किया जा रहा है. पिछले 2 साल से इन संस्थाओं ने करीब 1 करोड़ रुपए का टैक्स जमा नहीं किया है.

खत्म होने वाला है अनुबंध

विपक्ष ने इस बात की चिंता जाहिर की है कि ठेकेदार का 10 साल का अनुबंध खत्म होने वाला है. इस वजह से बड़ी राशि बाकी होने पर अगर ठेकेदार भाग गया तो बड़ी राजस्व की क्षति नगर निगम को होगी. वहीं हमने इस संबंध में नगर निगम के महापौर से बात की तो उन्होंने बताया कि जितनी राशि ठेकेदार से ली जानी है, लागभग उतने की ही देनदारी निगम की ठेकेदार को भी है. इस संबंध में ठेकेदार ने अपनी राशि की मांग की है. इस संबंध में अगली एमआईसी की बैठक में निर्णय ले लिया जाएगा कि राशि समायोजन कर के टेक्स वसूला जाए या फिर पहले टैक्स जमा कराने के बाद ठेकेदार का भुगतान किया जाना है.

साठ-गांठ के आरोप

बहरहाल, आरोप साठ-गांठ के लगे हैं, ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की बात करते हुए विपक्ष ने निगम सरकार को घेरने का प्रयास किया है. लेकिन, यहां मामला निगम के राजस्व हानि की चिंता से कम चुनावी लाभ का अधिक प्रतीत हो रहा है. क्योंकि महापौर के मुताबिक ठेकेदार और नगर निगम के बीच, लेने और देने वाली राशि लगभग बराबर है. ऐसे में निगम के राजस्व को हानि की चिंता तो व्यर्थ ही है.

Intro:सरगुज़ा : संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में नगर निगम में सियासत शरू हो चुकी है, विपक्ष सत्ता में बैठे दल को घेरने का कोई अवसर नही छोड़ रहा है, जाहिर सी बात है की, पहले विधानसभा, फिर लोकसभा चुनाव के बाद अब बारी है निकाय चुनावों की और ऐसे में राजनीतिक दलो का सक्रिय होना भी लाजमी है, ताजा मामला निगम के राजस्व से जुड़ा हुआ है।

इस मामले में निगम में विपक्ष के नेता ने निगम के राजस्व की चिंता करते हुये यह आरोप लगाए हैं की शहर के बारात घर और लॉज के ठेकेदार द्वारा निगम को राजस्व की हानि पहुँचाई जां रही है। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष जन्मेजय मिश्रा ने आरोप लगाया है की नगर निगम प्रशासन और सरकार की मिली भगत से बारात घरों के ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से काम किया जा रहा है, पिछले 2 वर्ष से उक्त बारात घरों का टेक्स करीब 1 करोड़ रुपये नगर निगम में जमा नही है। विपक्ष ने इस बात की चिंता जाहिर की है कि ठेकेदार का 10 वर्ष का अनुबंध समाप्त होने वाला है, और इस वजह से बड़ी राशि बाकी होने पर अगर ठेकेदार भाग गया तो बड़ी राजस्व की क्षति नगर निगम को होगी।

वहीं हमने इस संबंध में नगर निगम के महापौर से बात की तो उन्होंने बताया की जितनी राशि ठेकेदार से ली जानी है, लागभग उतने की ही देनदारी निगम की ठेकेदार को भी है, इस संबंध में ठेकेदार ने अपनी राशि की मांग की है, इस संबंध में अगली एमआईसी की बैठक में निर्णय ले लिया जाएगा की राशि समायोजन कर के टेक्स वसूला जाए या फिर पहले टेक्स जमा कराने के बाद ठेकेदार का भुगतान किया जाना है।

बहरहाल आरोप सांठ-गांठ के लगे हैं, ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की बात करते हुऐ विपक्ष ने निगम सरकार को घेरने का प्रयास किया है, लेकिन यहां मामला निगम के राजस्व हानि की चिंता से कम चुनावी लाभ का अधिक प्रतीत हो रहा है, क्योंकी महापौर के अनुसार ठेकेदार और नगर निगम के बीच, लेने और देने वाली राशि लगभग बराबर है, ऐसे में निगम के राजस्व को हानि की चिंता तो व्यर्थ ही है।


Body:बाईट01_जन्मेजय मिश्रा (नेता प्रतिपक्ष नगर निगम अम्बिकापुर) तिलक लगाए हुए

बाईट02_डॉ अजय तिर्की (महापौर नगर निगम अम्बिकापुर)

देश दीपक सरगुज़ा


Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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