सरगुजा : जिले में जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही पर कलेक्टर कुंदन कुमार ने नाराजगी जताई है. जिला जल एवं स्वच्छता मिशन, जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने लापरवाही करने पर ठेकेदार और अफसरों को जमकर फटकार लगाई है. कलेक्टर ने टेंडर लेने के बाद भी काम नहीं करने वाले ठेकेदारों के टेंडर को निरस्त करने के साथ ही पेनाल्टी के निर्देश दिए हैं.
37 काम निरस्त : कलेक्टर के निर्देश के बाद 37 कार्यों को निरस्त कर दिया गया है. इसके साथ ही काम लेने के बाद भी निर्माण नहीं करने और आम जनता को योजना के लाभ से वंचित रखने वाले ठेकेदारों पर ऑपरेशनल कॉस्ट पेनल्टी अधिरोपित करने के भी निर्देश दिए हैं. बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी और ठेकेदार शामिल हुए थे. कलेक्टर ने योजना के क्रियान्वयन में मिली खामियों पर गहरी नाराजगी जताई. जिसमें उन्होंने कहा कि आम जनता को साफ पानी देना शासन की मंशा है. इस काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
काम ना पूरा करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई : कलेक्टर ने सख्ती बरतते हुए बैठक में जिले में योजना के तहत काम कर रहे ऐसे ठेकेदार, जो नल कनेक्शन के काम में प्रगति नहीं ला पाए हैं उन्हें चिन्हांकित कर टेंडर निरस्त करने के साथ-साथ एक साल के लिए टेंडर सूची से बैन करने पर भी चर्चा की है. एक ठेकेदार के अप्रारंभ 24 कार्यों को निरस्त किया गया है जबकि जिले में कुल 37 कार्यों को निरस्त किया गया है. वहीं लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर आम जन को हुई असुविधा के मद्देनजर ऑपरेशनल कॉस्ट पेनाल्टी लगाने के भी निर्देश दिए गए.
तेजी से खोदेंगे नलकूप : ईई पीएचई ने इस बारे में बताया कि '' प्रत्येक विकासखंड में नलकूप खनन के लिए नए सिरे से ड्रिलिंग मशीन का टेंडर किया गया है. लगभग बीस मशीन लगाई जाएगी.अगले एक माह में 150 गांवों में शत प्रतिशत नल कनेक्शन का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.'' वहीं दूसरी तरफ कलेक्टर ने नई कार्ययोजना बनाते हुए जल जीवन मिशन के कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने बैठक में कड़े निर्देश दिए गए हैं. जल जीवन मिशन के तहत चल रहे 80 से 90 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों को 20 जून तक पूरा करने के लिए कहा गया है.