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फ्री वाईफाई देकर इस युवक ने गांव को बनाया था डिजिटल, अब इंटरनेट के दुरुपयोग से बचने की सलाह

छत्तीसगढ़ के सरगुजा स्थित संभाग मुख्यालय से लगे गांव सिलफिली में एक युवक ने लोगों को डिजिटल (digital)बना दिया है. यहां के लोगों ने तब तेज इंटरनेट (Internet)चलाया, जब ज्यादातर लोग 3 जी स्पीड(3G speed)ही चला रहे थे और डाटा (data)महंगा हुआ करता था. जिसके बाद इसे देश का दूसरा डिजिटल गांव माना गया.

village giving free wifi
फ्री वाई-फाई देने वाला डिजिटल गांव
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Published : Sep 22, 2021, 8:41 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुज़ा : छत्तीसगढ़ के सरगुजा (Sarguja)स्थित संभाग मुख्यालय से लगे गांव सिलफिली (silfhili)में एक युवक ने लोगों को डिजिटल (digital) बना दिया है. यहां के लोगों ने तब तेज इंटरनेट (Internet)चलाया, जब ज्यादातर लोग 3 जी स्पीड(3G speed)ही चला रहे थे और डाटा (data)महंगा हुआ करता था. दरअसल,इसी गांव के एक कृषक परिवार (farming family)के सॉफ्टवेयर डेवलपर(software developer) ने गांव को फ्री वाई-फाई मुहैया कराई. जिसके बाद इसे देश का दूसरा डिजिटल(digital) गांव माना गया. इतना ही नही युवक ने ग्राम पंचायत (Village Panchayat) की वेबसाइट (Website) भी बनाई, जिसमें ऑनलाइन (Online)काम जारी है.

फ्री वाई-फाई देने वाला डिजिटल गांव

ये बात है 2014 की और सिलफिली गांव में 2015 से ये सुविधाएं लोगों को मिलने लगी. तब प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने इस युवक की खूब तारीफ की थी. उन दिनों सिलफिली के फ्री वाई-फाई के चर्चे जोरों पर थे. लेकिन गुजरते वक्त के साथ यह कवायद एक गांव में ही सिमट कर रह गई. युवक के प्रयास को प्रोत्साहन नहीं मिला. खासकर व्यापारियों और छात्रों के लिए शुरू किये गये फ्री वाई-फाई के इस प्रयास का लोगों ने भरपूर लाभ उठाया. कुछ ने पढ़ाई की तो कुछ ने गेम खेलकर अपना समय गंवाया.

कई छात्र करते हैं इंटरनेट का दुरुपयोग

इस विषय में गांव के छात्र बताते हैं कि जब वो पढ़ने के लिए ग्राम पंचायत ग्राउंड में वाई-फाई चौपाल के पास बैठते थे. तब कुछ लोग इस वाई-फाई का दुरुपयोग भी करते थे. वो पढ़ाई के अन्य आवश्यक कार्यों की जगह गेम खेलने, चैटिंग करने व अन्य ब्राउजिंग में समय गंवाते थे.

राजेश कुशवाहा ने किया फ्री वाई-फाई का निर्माण

बताया जा रहा है कि इसी गांव के युवक राजेश कुशवाहा ने अपने गांव के लिए फ्री वाई-फाई इसलिए बनाया ताकि छात्र पढ़ सकें. व्यापारी व्यवसाय बढ़ा सकें, लेकिन हर अच्छे काम का एक बुरा पहलू भी होता है. खासकर डिजिटल क्रांति के दुरुपयोग अधिक देखे गये हैं. ऐसे में भला सिलफिली इससे अछूता कैसे रह जाता. यहां भी कुछ लोगों ने फ्री वाई-फाई की सुविधा का दुरुपयोग किया, लेकिन पढ़ने वाले छात्र पढ़ाई ही करते थे.

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4जी से पहले लोगों में था क्रेज

वहीं, जब राजेश ने अपने गांव मे वाई-फाई का सेटअप लगाया, तब इसका खासा क्रेज था. लेकिन 4 जी स्पीड और सस्ते इंटरनेट आने के बाद अब लोगों में इस ओर रुझान कम दिखता है. क्योंकी आज हर मोबाइल फोन पर सस्ता और 4जी इंटरनेट उपलब्ध है. फिर भला कोई मुफ्त के वाई-फाई पर आश्रित क्यों रहेगा?

राजेश की अपील

फिलहाल युवाओं के प्रेरणा बन चुके राजेश ने इस माहौल में लोगों से अपील की है कि युवक अपने भविष्य के उज्जवल होने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करें, यानी कि पढ़ाई और अपने काम के लिए. न कि गेम व अन्य इंटरटेनमेंट वाली साइट्स देखकर अपना समय बर्बाद कर.

सरगुज़ा : छत्तीसगढ़ के सरगुजा (Sarguja)स्थित संभाग मुख्यालय से लगे गांव सिलफिली (silfhili)में एक युवक ने लोगों को डिजिटल (digital) बना दिया है. यहां के लोगों ने तब तेज इंटरनेट (Internet)चलाया, जब ज्यादातर लोग 3 जी स्पीड(3G speed)ही चला रहे थे और डाटा (data)महंगा हुआ करता था. दरअसल,इसी गांव के एक कृषक परिवार (farming family)के सॉफ्टवेयर डेवलपर(software developer) ने गांव को फ्री वाई-फाई मुहैया कराई. जिसके बाद इसे देश का दूसरा डिजिटल(digital) गांव माना गया. इतना ही नही युवक ने ग्राम पंचायत (Village Panchayat) की वेबसाइट (Website) भी बनाई, जिसमें ऑनलाइन (Online)काम जारी है.

फ्री वाई-फाई देने वाला डिजिटल गांव

ये बात है 2014 की और सिलफिली गांव में 2015 से ये सुविधाएं लोगों को मिलने लगी. तब प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने इस युवक की खूब तारीफ की थी. उन दिनों सिलफिली के फ्री वाई-फाई के चर्चे जोरों पर थे. लेकिन गुजरते वक्त के साथ यह कवायद एक गांव में ही सिमट कर रह गई. युवक के प्रयास को प्रोत्साहन नहीं मिला. खासकर व्यापारियों और छात्रों के लिए शुरू किये गये फ्री वाई-फाई के इस प्रयास का लोगों ने भरपूर लाभ उठाया. कुछ ने पढ़ाई की तो कुछ ने गेम खेलकर अपना समय गंवाया.

कई छात्र करते हैं इंटरनेट का दुरुपयोग

इस विषय में गांव के छात्र बताते हैं कि जब वो पढ़ने के लिए ग्राम पंचायत ग्राउंड में वाई-फाई चौपाल के पास बैठते थे. तब कुछ लोग इस वाई-फाई का दुरुपयोग भी करते थे. वो पढ़ाई के अन्य आवश्यक कार्यों की जगह गेम खेलने, चैटिंग करने व अन्य ब्राउजिंग में समय गंवाते थे.

राजेश कुशवाहा ने किया फ्री वाई-फाई का निर्माण

बताया जा रहा है कि इसी गांव के युवक राजेश कुशवाहा ने अपने गांव के लिए फ्री वाई-फाई इसलिए बनाया ताकि छात्र पढ़ सकें. व्यापारी व्यवसाय बढ़ा सकें, लेकिन हर अच्छे काम का एक बुरा पहलू भी होता है. खासकर डिजिटल क्रांति के दुरुपयोग अधिक देखे गये हैं. ऐसे में भला सिलफिली इससे अछूता कैसे रह जाता. यहां भी कुछ लोगों ने फ्री वाई-फाई की सुविधा का दुरुपयोग किया, लेकिन पढ़ने वाले छात्र पढ़ाई ही करते थे.

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4जी से पहले लोगों में था क्रेज

वहीं, जब राजेश ने अपने गांव मे वाई-फाई का सेटअप लगाया, तब इसका खासा क्रेज था. लेकिन 4 जी स्पीड और सस्ते इंटरनेट आने के बाद अब लोगों में इस ओर रुझान कम दिखता है. क्योंकी आज हर मोबाइल फोन पर सस्ता और 4जी इंटरनेट उपलब्ध है. फिर भला कोई मुफ्त के वाई-फाई पर आश्रित क्यों रहेगा?

राजेश की अपील

फिलहाल युवाओं के प्रेरणा बन चुके राजेश ने इस माहौल में लोगों से अपील की है कि युवक अपने भविष्य के उज्जवल होने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करें, यानी कि पढ़ाई और अपने काम के लिए. न कि गेम व अन्य इंटरटेनमेंट वाली साइट्स देखकर अपना समय बर्बाद कर.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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