सरगुजा: नए साल का आगाज हो चुका है. 2023 को लोगों ने अलविदा कह दिया है. साल 2023 का साल सरगुजा के लिए उतार चढ़ाव से भरा रहा. सियासत से अपराध तक और विकास से विवाद तक के मुद्दे छाए रहे. 2023 में कई ऐसे घटनाक्रम भी हुए जिसे लोग सालों तक याद रखेंगे. साल 2023 ने सरगुजा वासियों को जहां मुस्कुराने का भरपूर मौका दिया वहीं कई ऐसी भी घटनाएं घटी जो दर्द देकर चली गई.
3 जनवरी 2023: तैमोर पिंगला अभ्यारण्य के हाथी पुनर्वास केंद्र में सिविल बहादुर नाम के हाथी ने अंतिम सांस ली. सिविल बहादुर को कुसमी के सिविलदाग जंगल से वर्ष 1988 में पकड़ा गया था. सिविल बहादुर बेहद आक्रामक हाथी था जिसके काबू करने के लिए वन अधिकारियों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ती थी. लगभग 3 दशक तक बेड़ियों में जकड़े सिविल बहादुर की मौत खबर से लोगों को काफी दुख हुआ.
7 फरवरी 2023: सीआरपीएफ और पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी पर विस्फोटकों से हमला करने के मामले में फरार चल रहे पूर्व एरिया कमांडर और छोटा विकास के नाम से दहशत फैलाने वाले नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. आरोपी नक्सली वर्ष 2003 में घटना को अंजाम देने के बाद से ही फरार चल रहा था, 2008 में इसके खिलाफ स्थाई नक्सली वारंट जारी किया गया था.
13 फरवरी 2023: बलरामपुर जिले के ग्राम खजूरी में दम घुटने से ईंट भट्ठे के ऊपर सो रहे 3 लोगों की मौत हो गई. ग्रामीणों ने रात में ईंट को पकाने के लिए गमला भट्ठे में आग लगाईं थी और फिर खाना खाने के बाद भट्ठा के ऊपर ही सो गए थे. 22 फरवरी 2023 को शहर से लगे तुरियापारा में घर के अंदर सो रहे बुजुर्ग दम्पति आग की चपेट में आ गए. हादसे में बुजुर्ग महिला की मौत हो गई जबकी बुजुर्ग मुखिया को लोगों ने बचा लिया
11 मार्च 2023: नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में बलरामपुर पुलिस ने लगातार सफलताएं हासिल की. पुलिस ने पुनर्वास नीति के तहत तीन महिलाओं समेत 7 पूर्व नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराया. 25 अप्रैल को 9 नक्सलियों ने आतंक का रास्ता छोड़ते हुए अमन का रास्ता चुना. कुल 9 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया, इसके साथ ही एक नक्सली ने आईईडी विस्फोटक के साथ ही तीन भरमार बंदूकों के साथ थाने में सरेंडर किया. 17 अगस्त को सीआरपीएफ जवानों पर हमला करने करने मामले में फरार 8 लाख के इनामी नक्सली को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
27 मार्च 2023: सूरजपुर और बलरामपुर जिले में बाघ और तेंदुए की मौजूदगी दर्ज की गई, इस दौरान सूरजपुर जिले में बाघिन ने कुदरगढ़ क्षेत्र में दो ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें मार डाला, इंसानी संघर्ष में बाघिन भी बुरी तरह से जख्मी हो गयी थी. घायल बाघिन को ट्रैंक्युलाइज कर पकड़ने के साथ विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में रखकर उपचार कराया गया और फिर एक महीने के बाद उसे अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया गया.
10 मई 2023: बनारस हाइवे पर सोनगरा में बारातियों से भरी बोलेरो और टैंकर में टक्कर होने से 6 लोगों की मौत हो गई.मारे गये लोग शादी के बाराथी थे और वापस घर लौट रहे थे.
17 मई 2023 को बिश्रामपुर की ओसीएम बंद खदान के पोखरी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत हो गई. 20 मई2023 को सरगुजा में पहली बार प्रसव से जुड़ा अनोखा मामला सामने आया जहां महज 3.7 फीट की महिला ने सर्जरी के माध्यम से बच्चे को जन्म दिया. विशेषज्ञों की मौजूदगी में महिला को एनस्थेसिया कर सफल प्रसव कराया गया. महिला की कद कम होने के कारण उसे एनस्थेसिया देना एक मुश्किल कार्य था और इसका असर महिला के साथ नवजात पर भी बुरा असर पड़ने की संभावना थी. डॉक्टरों की निगरानी में जटिल समस्या को सुलझा लिया गया.
22 जून 2023: जिले में इस बार आकाशीय बिजली का कहर जारी रहा. बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर स्थित हरिगवां में आकाशीय बिजली की दो अलग अलग घटना के बाद एक ही दिन में तीन लोगों की मौत हो गई. 2 जुलाई 2023 में महादेव एप का जाल सरगुजा में बिछाया गया और इस जाल में फंसकर एक युवक की मौत हो गई. सवा करोड़ रुपए की ठगी के शिकार हुए युवक ने अपनी शादी से पहले फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली. युवक का शव होटल में बरामद किया गया था. 10 अगस्त को साइबर क्राइम के मामले में अपराधियों से निपटने के लिए सरगुजा में संभाग के पहले साइबर रेंज थाना का उद्घाटन किया गया. इस साइबर रेंज थाना के खुलने के बाद संभागभर से आने वाले साइबर ठगी के मामलों का निराकरण करने के साथ ही आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिल रही है.
1 सितंबर 2023: रेल सुविधाओं में विस्तार को लेकर एक नए आंदोलन की शुरुआत की गई. अंबिकापुर से रेनुकूट तक रेल विस्तार की मांग को लेकर रेल संघर्ष समिति द्वारा रेनुकूट से पदयात्रा शुरू की. 165 किलोमीटर की पदयात्रा शहर में पहुंचकर समाप्त हुई. 12 अक्टूबर 2023 को दशहरा पर्व की तैयारियों के दौरान एक घटना ने शहर को हिला दिया. स्वामी विवेकानंद स्कूल परिसर में विशाल गुब्बारे में हीलियम गैस भरने के दौरान सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ. इस हादसे में खेल रहे 40 बच्चे घायल हुए. घटना के बाद शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया. इस घटना के मामले में स्कूल प्रबंधन व आयोजन समिति की लापरवाही को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा सात लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया था.