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बिना व्याख्यान सुने अब छात्र नहीं कर सकेंगे PhD, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में कोर्स शुरू

सरगुजा विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए कोर्स वर्क की शुरुआत की गई है. विश्वविद्यालय प्रबंधन के इस फैसले से छात्रों में खुशी का माहौल है. विश्वविद्यालय के प्रथम कोर्स वर्क में 100 शोध छात्रों ने भाग लिया. इसके तहत बिना कोर्स वर्क में व्याख्यान सुने छात्र अब पीएचडी नहीं कर सकेंगे.

विश्वविद्यालय के कुलपति
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Published : May 22, 2019, 2:14 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: आदिवासी अंचल सरगुजा में विश्वविद्यालय तो खुल गया था, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण वर्षों से यहां शोध नहीं हो रहा था. जिसके कारण छात्रों को विश्वविद्यालय से ज्यादा लाभ नहीं मिल रहा था, लेकिन अब यहां पीएचडी के लिए कोर्स वर्क की शुरुआत की गई है. विश्वविद्यालय प्रबंधन के इस फैसले से छात्रों में खुशी का माहौल है.

Phd के लिए व्याख्यान क्लास की शुरूआत

100 शोधार्थियों ने लिया भाग
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में वर्षों बाद पीएचडी के लिए कोर्स वर्क की शुरुआत की गई है. विश्वविद्यालय के प्रथम कोर्स वर्क में 100 शोध छात्रों ने भाग लिया. सभी शोधार्थी नेट से उत्तीर्ण हैं या शासकीय सेवा में हैं. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने प्रथम कोर्स वर्क में इन छात्रों को जगह दी है. इसके बाद अगले चरण में यहां एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से ही छात्र कोर्स वर्क का हिस्सा बन सकेंगे.

2 घंटे का समय देना अनिवार्य
यूजीसी के नए नियमों के तहत ये कोर्स वर्क शुरू किया गया है. इसके तहत बिना कोर्स वर्क में व्याख्यान सुने छात्र अब पीएचडी नहीं कर सकेंगे. नए नियमों में जटिलता के साथ कई सरलताएं भी है. जैसे शोधार्थियों को समय की पांबदी नहीं है, वो दिन में 2 घंटे भी शोध कार्य कर अपना टार्गेट पूरा कर सकते हैं. शासकीय सेवा वाले लोगों को अपने विभाग से अनुमति लेने का झंझट भी अब नहीं होगा. क्योंकि शासकीय सेवक अपनी ड्यूटी टाइम से पहले सुबह ही 2 घंटे का समय पीएचडी के लिए देकर ड्यूटी पर जा सकते हैं.

सरगुजा: आदिवासी अंचल सरगुजा में विश्वविद्यालय तो खुल गया था, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण वर्षों से यहां शोध नहीं हो रहा था. जिसके कारण छात्रों को विश्वविद्यालय से ज्यादा लाभ नहीं मिल रहा था, लेकिन अब यहां पीएचडी के लिए कोर्स वर्क की शुरुआत की गई है. विश्वविद्यालय प्रबंधन के इस फैसले से छात्रों में खुशी का माहौल है.

Phd के लिए व्याख्यान क्लास की शुरूआत

100 शोधार्थियों ने लिया भाग
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में वर्षों बाद पीएचडी के लिए कोर्स वर्क की शुरुआत की गई है. विश्वविद्यालय के प्रथम कोर्स वर्क में 100 शोध छात्रों ने भाग लिया. सभी शोधार्थी नेट से उत्तीर्ण हैं या शासकीय सेवा में हैं. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने प्रथम कोर्स वर्क में इन छात्रों को जगह दी है. इसके बाद अगले चरण में यहां एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से ही छात्र कोर्स वर्क का हिस्सा बन सकेंगे.

2 घंटे का समय देना अनिवार्य
यूजीसी के नए नियमों के तहत ये कोर्स वर्क शुरू किया गया है. इसके तहत बिना कोर्स वर्क में व्याख्यान सुने छात्र अब पीएचडी नहीं कर सकेंगे. नए नियमों में जटिलता के साथ कई सरलताएं भी है. जैसे शोधार्थियों को समय की पांबदी नहीं है, वो दिन में 2 घंटे भी शोध कार्य कर अपना टार्गेट पूरा कर सकते हैं. शासकीय सेवा वाले लोगों को अपने विभाग से अनुमति लेने का झंझट भी अब नहीं होगा. क्योंकि शासकीय सेवक अपनी ड्यूटी टाइम से पहले सुबह ही 2 घंटे का समय पीएचडी के लिए देकर ड्यूटी पर जा सकते हैं.

Intro:सरगुजा : आदिवासी अंचल सरगुजा में विश्वविद्यालय तो खुल गया था लेकिन प्रशासनिक उदासीनता की वजह से यहां शोध नही किया जाता था, लिहाजा छात्र भी इस सुविधा से वंचित थे, लेकिन अब यहां पीएचडी के लिए कोर्स वर्क की शुरुआत की गई है, जिससे शोधार्थियों में खुसी का माहौल है।

विवि के प्रथम कोर्स वर्क में सौ शोधार्थियों न भाग लिया है और ये सभी शोधार्थी नेट, सेट उत्तीर्ण हैं या शासकीय सेवा में हैं, विवि ने प्रथम कोर्स वर्क में इन छात्रों को जगह दी है, इसे बाद अगले चरण में इंट्रेंस के माध्यम से छात्र कोर्स वर्क का हिस्सा बन सकेंगे।




Body:दरअसल यूजीसी के नए नियमो के तहत ये कोर्स वर्क शुरू किया गया है, और इससे फाइल बनाकर बिना शोध किये पीएचडी करने वालो को हताशा होगी क्योंकी अब बिना कोर्स वर्क में व्याख्यान सुने या बिना शोध किये पीएचडी की उपाधी पाना असंभव होगा, वहीं नए नियमो में जटिलता के साथ साथ कई सरलताएँ भी आई है, जैसे शोधार्थियों को समय की पांबदी नहीं है, वो दिन में 2 घंटे ही शोध कार्य कर अपना टारगेट पूरा कर सकते हैं, शासकीय सेवा वाले लोगो को अपने विभाग से अनुमति लेने का झंझट भी अब नही होगा, क्योंकी शासकीय सेवक अपनी ड्यूटी टाइम से पहले सुबह ही 2 घंटे का समय पीएचडी के लिए देकर फिर ड्यूटी में जा सकता है।

बाईट01_प्रोफेसर जी डी शर्मा (कुलपति बिलासपुर विवि)

बाईट02_डॉ. रोहणी प्रसाद (कुलपति संत गहिरा गुरु विवि)

देश दीपक सरगुजा


Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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