सरगुज़ा : लखनपुर जनपद सीईओ पर मनमानी करने और ग्राम पंचायतों के विभिन्न खतों को बंद कराने का आरोप लगाया है. जनप्रतिनिधियों ने सीईओ पर क्षेत्र में शासकीय बैंक होते हुए भी निजी बैंकों में खाता खोलने के लिए दबाव बनाने और उन्हें प्रताड़ित करने की शिकायत कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री से की गई है. ग्रामीणों ने मामले में जनपद सीईओ को हटाए जाने की मांग की है.
सरपंच संघ के अध्यक्ष प्रयाग सिंह पैंकरा के नेतृत्व में बड़ी बड़ी संख्या में सरपंच, उपसरपंच, पंच कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. सरपंचों का आरोप है कि लखनपुर जनपद पंचायत के 74 ग्राम पंचायतों में 14 वें, 15 वें वित्त और स्वच्छता के खातों के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के खातों से पैसे निकासी पर जनपद सीईओ ने रोक लगा दी है, जिससे गांव में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं. इसके साथ ही लखनपुर में दो शासकीय राष्ट्रीय बैंक होने के बाद भी सीईओ ने अपने निजी स्वार्थ के लिए अंबिकापुर के निजी बैंक में 15 वें वित्त का खाता खोलने के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा है.
सचिव करते हैं सरपंचों को प्रताड़ित
ग्रामीणों ने अनुसार क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऐसे सचिव हैं जिन्हें जनपद में जबरन बैठाकर रखा गया है. वहीं कुछ चाहते सचिवों एक साथ कई ग्राम पंचायतों का प्रभार दिया गया है. ये सचिव सीईओ के कहने पर सरपंचों को प्रताड़ित करने के साथ ही उनपर 14 वें एवं 15 वें वित्त के खातों से कमीशन देने के लिए दबाव बना रहे है. सरपंचों ने अपर कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपते हुए सीईओ को तत्काल लखनपुर से हटाए जाने और कार्रवाई की मांग की है.
नहीं किया है खाता होल्ड
इस संबंध में जनपद सीईओ अजय सिंह का कहना है की उनपर लगाए गए आरोप निराधार है. किसी भी खाते को होल्ड नहीं किया गया है. नियम के तहत 50 प्रतिशत राशि स्वच्छता और पेयजल के कार्यों में खर्च करनी होती है. सभी ब्लॉक से खाते अंबिकापुर एक्सिस बैंक में खोलवाया जा रहा है. ग्रामीण अंबिकापुर जाने के डर से इस तरह की शिकायत कर रहे हैं. जहां तक सचिवों की शिकायत है तो जो सचिव बेहतर काम कर रहे हैं, उनसे कार्य लिया जा रहा है.