सरगुजा: अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में आज लद्दाख की एक छात्रा ने एमबीबीएस सीट पर प्रवेश लिया है. छात्रा को सेंट्रल पूल कोटा के तहत मेडिकल कॉलेज के डीन ने प्रवेश दिलाया है. सेन्ट्रल पूल कोटा से एडमिशन लेने वाली छात्रा लद्दाख के बेहद दुर्गम क्षेत्र से आती है और कठिनाइयों के बीच पढ़ाई कर उन्होंने इस सीट को हासिल करने में सफलता पाई है. बड़ी बात यह है कि छात्रा के पिता भी आर्मी में पदस्थ है और चंडीगढ़ में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं. छात्रा ने एमबीबीएस की पढ़ाई कर लोगों की सेवा करना चुना है.
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दरअसल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एमबीबीएस की सीटों पर एडमिशन हो रही है. ईडब्ल्यूएस की 25 सीटों का आवंटन होने के बाद कुल 125 सीटों पर प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है. अब तक कुल 117 छात्र-छात्राओं ने एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश लिया है. इनमें स्टेट कोटा से 102, ऑल इण्डिया कोटा से 13 और सेंट्रल पूल कोटा से 2 छात्रों ने प्रवेश ले लिया था. स्टेट कोटा के 2, ऑल इण्डिया के 5 सीटों पर अब मॉपअप राउंड में प्रवेश लिए जाएंगे. बड़ी बात यह है कि सेंट्रल पूल कोटा से मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने वाले दो छात्र पड़ोसी राज्य नेपाल के है. जबकि अब भारत के लिए सबसे अहम लद्दाख की छात्रा ने मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया है.
लद्दाख की छात्रा सेरिंग डोलकर आज शाम सेंट्रल पूल कोटा से आवंटित एमबीबीएस सीट पर एडमिशन लेने पहुंची थी. इस दौरान मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आर मूर्ति ने छात्रा के दस्तावेजों की जांच कर प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण कराई. बताया जा रहा है कि छात्रा के पिता चंडीगढ़ में आर्मी में पदस्थ है और देश की सेवा कर रहे हैं. जबकि छात्रा लद्दाख के ऐसे क्षेत्र से आती है जो बेहद दुर्गम है. क्षेत्र में अशांति, कोचिंग के आभाव में कोरोना काल में उन्होंने कड़ी मेहनत कर पढ़ाई करने के साथ नीट की परीक्षा पास की. अब वे स्वास्थ्य के क्षेत्र रहकर लोगों की सेवा करेंगी.