सरगुजा: कोरोना काल में आयोजित हो रही JEE और NEET की प्रतियोगी परीक्षा को रोकने के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हुआ. कांग्रेस ने भी देशव्यापी आंदोलन किया, लेकिन केंद्र सरकार ने अपना निर्णय नहीं बदला. देशभर में कोरोना महामारी के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच मंगलवार से इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए जेईई की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सरगुजा संभाग के छात्रों के लिए बस की व्यवस्था करने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने जिला कलेक्टरों को जेईई और नीट की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्रों तक ले जाने और वापस लाने के लिए निःशुल्क परिवहन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
बस या अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट अब तक बंद हैं और हर कोई कैब अफोर्ड नहीं कर सकता. ऐसे में छात्रों के सामने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने की समस्या खड़ी हो गई थी. छात्रों की समस्या को देखते हुए मंत्री टीएस सिंहदेव ने छात्रों के लिए निःशुल्क बस की व्यवस्था करने की बात कही है. इससे छात्रों की समस्या समाप्त हो गई है. छात्र-छात्राएं अब पर्याप्त फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था के साथ बड़े आराम से परीक्षा देने जा रहे हैं.
रायपुर और बिलासपुर के लिए रवाना हुए परीक्षार्थी
जेईई परीक्षा के लिए 31 अगस्त 2020 को जिले के 6 परीक्षार्थियों को प्रतीक्षा बस स्टैंड से रायपुर और बिलासपुर के लिए रवाना किया गया. इसमें बिलासपुर परीक्षा केंद्र के 5 और रायपुर परीक्षा केंद्र का 1 परीक्षार्थी शामिल है. रवाना होने से पहले कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए बस को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया और परीक्षार्थियों को भी सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध कराया गया है.
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फोन पर दी जा रही जानकारी
कन्ट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 2 सितंबर को आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए 117 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया है. इनके लिए बस 1 सितम्बर को रवाना होगी. कंट्रोल रूम परीक्षार्थियों को रवाना स्थल और समय की जानकारी व्यक्तिगत रूप से फोन पर दे रही है. अब तक पंजीयन कराने वाले परीक्षार्थियों में 48 जेईई और 69 नीट के परीक्षार्थी हैं. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स 1 सितम्बर से 6 सितम्बर 2020 तक और मेडिकल की नीट परीक्षा 13 सितम्बर को आयोजित की जाएगी. ये दोनों ही परीक्षाएं देश की बड़ी परीक्षाएं हैं, क्योंकि इनसे आईआईटी से इंजीनिरिंग और मेडिकल की पढ़ाई का रास्ता खुलता है.
गौरतलब है कि 19 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा NEET और JEE का एडमिट कार्ड डाउनलोड किया है. सरकार के अनुसार, 7.6 लाख छात्र जेईई-मेन्स और 11.49 लाख छात्रों ने मेडिकल की प्रवेश परीक्षा NEET के लिए अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड किया है. सरकार का कहना है कि देश में परीक्षा के लिए 3 हजार 843 केन्द्र बनाए गए हैं और एक केन्द्र में 100-150 बच्चों की ही परीक्षा ली जाएगी.
परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को मिलने वाली सुविधाएं
- मास्क, ग्लव्स और हैंड सैनिटाइजर दिए जाएंगे.
- पानी के लिए पारदर्शी बोतल लाने की परमिशन.
- सेंटर में नहीं मिलगी पानी की सुविधा.
- धातु की किसी भी सामान की मनाही.
- नकल रोकने के लिए मेटल डिटेक्टर से बिना छुए होगी जांच.
- भीड़ को काबू करने के लिए परीक्षार्थियों को दिया जाएगा रिपोर्टिंग स्लॉट.
- परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षा केंद्र को किया जाएगा सैनिटाइज.
- परीक्षा से जुड़ी जानकारी देने के लिए लाउडस्पीकर का किया जाएगा इस्तेमाल.
- परीक्षा केंद्र में एनटीए जैमर का होगा प्रयोग.
- हस्ताक्षर और लिखावट से होगी परीक्षार्थियों की पहचान.
- सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए परीक्षार्थियों को दूर-दूर बैठाया जाएगा.
- एक कमरे में 12 परीक्षार्थियों को बैठने की होगी इजाजत.