ETV Bharat / state

ETV भारत की खबर का असर : सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का हुआ खुलासा, दोबारा बनेगी सड़क - surguja news

ETV भारत की खबर का असर हुआ है. सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार पर कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए ठेकेदार पर कार्रवाई की है. साथ ही फिर से सड़क के निर्माण का काम शुरू किया जा रहा है.

ETV भारत की खबर का असर
author img

By

Published : Jun 28, 2019, 12:44 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा : एक बार फिर ETV भारत की खबर का असर हुआ है. हमने अंबिकापुर से प्रतापपुर तक 40 किलोमीटर की सड़क निर्माण में बरती जा रही लापरवाही को लेकर प्रमुखता से खबर दिखाई थी, जिसका असर हुआ है. कलेक्टर सारांश मित्तर ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की एक टेक्निकल टीम को सड़क की जांच के लिए भेजा था. जांच में ठेकेदार और मॉनिटरिंग टीम की गलती सामने आने के बाद कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

ETV भारत की खबर का असर

बता दें कि 40 किलोमीटर की सड़क के निर्माण में अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत लगातार मिल रही थी. वहीं पहली बारिश ने इस सड़क की पोल खोल कर रख दी है. बारिश के होते ही सड़क धस गई. पीडब्ल्यूडी की टेक्निकल टीम ने रिपोर्ट में बताया की सड़क बनाते वक्त सड़क के बेस में मिट्टी फिलिंग का काम ढंग से नहीं किया गया था.

एक बार फिर से सड़क निर्माण के आदेश
इसके अलावा सड़क के किनारे रिटर्निंग वॉल भी नहीं बनाये गए हैं, जिस वजह से यह सड़क बनने से पहले ही धसक गई. लिहाजा जांच रिपोर्ट के आधार पर और टेक्निकल टीम की सतत निगरानी में कलेक्टर ने एक बार फिर से सड़क निर्माण के आदेश दिए हैं. कलेक्टर ने यह भी लिखा है कि इस तरह के कृत्य न सिर्फ जनता के पैसों की बर्बादी हैं बल्कि इससे सरकार की छवि भी खराब होती है.

63 लाख रुपये की लागत से हुआ सड़क का निर्माण
दरअसल वर्ष 2016 में शासन ने सड़क के निर्माण की स्वीकृति दी थी. इसके लिए 63 लाख रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कराया गया था, लेकिन बारिश ने ठेकेदार के मंसूबों को उजागर कर दिया. इससे सड़क कई जगह से धसकने लगी और उसमें दरारे भी पड़ने लगी है. खबर प्रकाशन के बाद ठेकेदार की ओर से इसे छिपाने का प्रयास करते हुऐ सड़क की स्थिति में सुधारने का प्रयास भी किया गया है, लेकिन बार-बार सड़क निर्माण को लेकर अधिकारियों और ठेकेदारों को समझाइस देने वाले कलेक्टर ने इस बार सड़क निर्माण संबंधी सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

सरगुजा : एक बार फिर ETV भारत की खबर का असर हुआ है. हमने अंबिकापुर से प्रतापपुर तक 40 किलोमीटर की सड़क निर्माण में बरती जा रही लापरवाही को लेकर प्रमुखता से खबर दिखाई थी, जिसका असर हुआ है. कलेक्टर सारांश मित्तर ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की एक टेक्निकल टीम को सड़क की जांच के लिए भेजा था. जांच में ठेकेदार और मॉनिटरिंग टीम की गलती सामने आने के बाद कलेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

ETV भारत की खबर का असर

बता दें कि 40 किलोमीटर की सड़क के निर्माण में अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत लगातार मिल रही थी. वहीं पहली बारिश ने इस सड़क की पोल खोल कर रख दी है. बारिश के होते ही सड़क धस गई. पीडब्ल्यूडी की टेक्निकल टीम ने रिपोर्ट में बताया की सड़क बनाते वक्त सड़क के बेस में मिट्टी फिलिंग का काम ढंग से नहीं किया गया था.

एक बार फिर से सड़क निर्माण के आदेश
इसके अलावा सड़क के किनारे रिटर्निंग वॉल भी नहीं बनाये गए हैं, जिस वजह से यह सड़क बनने से पहले ही धसक गई. लिहाजा जांच रिपोर्ट के आधार पर और टेक्निकल टीम की सतत निगरानी में कलेक्टर ने एक बार फिर से सड़क निर्माण के आदेश दिए हैं. कलेक्टर ने यह भी लिखा है कि इस तरह के कृत्य न सिर्फ जनता के पैसों की बर्बादी हैं बल्कि इससे सरकार की छवि भी खराब होती है.

63 लाख रुपये की लागत से हुआ सड़क का निर्माण
दरअसल वर्ष 2016 में शासन ने सड़क के निर्माण की स्वीकृति दी थी. इसके लिए 63 लाख रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कराया गया था, लेकिन बारिश ने ठेकेदार के मंसूबों को उजागर कर दिया. इससे सड़क कई जगह से धसकने लगी और उसमें दरारे भी पड़ने लगी है. खबर प्रकाशन के बाद ठेकेदार की ओर से इसे छिपाने का प्रयास करते हुऐ सड़क की स्थिति में सुधारने का प्रयास भी किया गया है, लेकिन बार-बार सड़क निर्माण को लेकर अधिकारियों और ठेकेदारों को समझाइस देने वाले कलेक्टर ने इस बार सड़क निर्माण संबंधी सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

Intro:सरगुज़ा : अम्बिकापुर से प्रतापपुर तक 40 किलोमीटर की सड़क के निर्माण में अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत सड़क निर्माण की शुरुआत से ही शुरू हो चुकी थी.. लेकिन हद तो बस हो गई जब यह सड़क पूर्णता की ओर पहुंची, और पहली ही बारिश में सड़क का बेस बैठ गया और सड़क धसकने लगी.. लिहाजा इस मामले में ईटीव्ही भारत ने मौके पर जाकर सड़क की दुर्दशा को दिखाया, लिहाजा सड़क निर्माण को लेकर पहले से ही बेहद संजीदा कलेक्टर सारांश मित्तर ने लोक निर्माण विभाग की एक टेक्निकल टीम सड़क की जांच में भेजी, और टेक्निकल टीम की जांच में भी ठेकेदार और मॉनीटरिंग टीम की गलती पाये जाने के बाद कलेक्टर ने कार्रवाई की अनुशंसा कर दी है।

लोक निर्माण विभाग की टेक्निकल टीम ने रिपोर्ट में बताया है की सड़क बनाते वक्त सड़क के बेस में मिट्टी फिलिंग का काम ढंग से नही हुआ है, साथ ही सड़क के किनारे रिटर्निंग वाल नही बनाये गए हैं, जिस वजह से यह सड़क बनने से पहले ही खराब हो चुकी है, लिहाजा जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने ठेकेदार द्वारा सड़क को फिर से बनाये जाने साथ ही टेक्निकल टीम की सतत निगरानी में इस सड़क को फिर से बनाये जाने की अनुशंसा की है। कलेक्टर ने यह भी लिखा है की इस तरह के कृत्य ना सिर्फ जनता के पैसों की बर्बादी हैं बल्कि इससे सरकार की छवी भी खराब होती है।


Body:दरअसल वर्ष 2016 में शासन ने इस सड़क के निर्माण की स्वीकृति दी और 63 लाख रुपये की लागत से इस सड़क का निर्माण सड़क विकास निगम द्वारा ठेकेदार के माध्यम से कराया गया, लेकिन इस सड़क के निर्माण की पूर्णता के ठीक पहले हुई बारिश ने ठेकेदार के मंसूबो को उजागर कर दिया है। सड़क कई जगह से धसकने लगी है और इस वजह से उसमे दरारे भी पड़ चुकी हैं, जाहिर है खबर प्रकाशन के बाद ठेकेदार के द्वारा इसे छिपाने का प्रयास करते हुऐ सड़क में की स्थिति सुधारने का प्रयास भी किया गया है, लेकिन बार बार सड़क निर्माण को लेकर अधिकारियों और ठेकेदारों को समझाइस देने वाले कलेक्टर ने इस बार अपना आपा खोया और संबंधित सभी के खिलाफ कड़ी अनुशंसा कर दी है।


Conclusion:बहरहाल अब देखना यह होगा की क्या कलेक्टर की अनुशंसा के बाद भी ठेकेदार पर को कार्रवाई होती है या नही, या सड़क विकास निगम इस मामले में एक बार और लीपा पोती करने में कामयाब हो जाएगा।

बाईट01_सारांश मित्तर (कलेक्टर सरगुज़ा)

देश दीपक सरगुज़ा
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.