सरगुजा : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं पंचायती राज मंत्री टीएस सिंहदेव ने रविवार को मिशन अमृत के तहत कतकालों गांव में बने फिल्टर प्लांट का बटन दबाकर ट्रायल किया. इस दौरान उन्होंने फिल्टर प्लांट के विभिन्न भागों का निरीक्षण किया. साथ ही अधिकारियों से जानकारी ली और फिल्टर प्लांट से जल्द ही 24 घंटे पानी की आपूर्ति करने के निर्देश दिए.
मंत्री सिंहदेव ने कहा कि इस फिल्टर प्लांट के शुरू होने से अंबिकापुर वासियों को पेयजल की समस्या नहीं रहेगी. इसके साथ ही उन्हें 24 घंटे पानी मिलेगा. उन्होंने बताया कि वाटर हार्वेस्टिंग की आवश्यकता को देखते हुए पचपेड़ी क्षेत्र में एक और टंकी के निर्माण के लिए मंजूरी मिल गई है और इसका काम भी जल्द शुरू होगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों से ली जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि नगर निगम और जनप्रतिनिधियों के प्रयास का फल है कि अंबिकापुर को मिशन अमृत के तहत 106 करोड़ की लागत से प्रदेश का पहला ऑटोमेटिक फिल्टर प्लांट मिल रहा है. यह प्लांट लमेला तकनीक पर आधारित है, जो पूरी तरह से ऑटोमेटिक है. इसके संचालन के लिए कम से कम मैनपावर की जरूरत होती है. इस फिल्टर प्लांट से ढाई लाख लीटर पानी का शुद्धिकरण हर घंटे होगा. वहीं मंत्री सिंहदेव ने शहर की आबादी बढ़ने पर पेयजल की व्यवस्था इस फिल्टर प्लांट से किस तरह होगी इस संबंध में भी अधिकारियों से जानकारी ली.
अधिकारियों ने दी जानकारी
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में फिल्टर प्लांट के पास 65 लाख लीटर की टंकी बनी हुई है, जिसे हर रोज दो बार भरना है. इससे करीब एक करोड़ 12 लाख लीटर पानी हर रोज आपूर्ति की जाएगी. भविष्य में पानी की जरूरत ज्यादा होने पर इसी प्लांट में अतिरिक्त विस्तार भी किया जा सकेगा. फिल्टर प्लांट आधुनिक तकनीक से लैस है. इसका संचालन पूरी तरह से ऑटोमेटिक है. एक ऑपरेटर ही सभी गतिविधियां नियंत्रित कर सकता हैं.
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अधिकारियों ने बताया कि प्लांट का शोधन क्षमता रोजाना डेढ करोड़ है, लेकिन वर्तमान में 65 लाख लीटर जल का शोधन हर रोज करेगा. उन्होंने बताया कि घुनघुट्टा डैम से पानी लाने और फिल्टर करने में बहुत कम ऊर्जा की खपत होगी. इसलिए उपभोक्ताओं को कम लागत पर ही पीने का पानी मिल जाएगा.