सरगुजा: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव मंगलवार को अंबिकापुर दौरे पर रहे. सिंहदेव ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट का लोकार्पण किया. ऑक्सीजन प्लांट 2 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है. ऑक्सीजन सप्लाई में एक महीने में लगभग 10 लाख रुपये खर्च होंगे. जबकि साल में लगभग 1 करोड़ 20 लाख रुपये बचेगा. इसके पहले विभाग को महंगे ऑक्सीजन सिलेंडर्स से काम चलाना पड़ता था.
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सरगुजा स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक ऑक्सीजन प्लांट की 175 सिलेंडर प्रतिदिन 24×7 की उत्पादन क्षमता है. यह प्लांट खुद ऑक्सीजन जनरेट करता है. किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी होने पर इसमें ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित नहीं होगी. यह यूनिट ऑटोमेशन और मैनुअल दोनों मोड में काम करेगी.
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अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट समर्पित
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि अत्यंत खुशी का दिन है. बसंत पंचमी के अवसर पर मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट समर्पित हुआ. ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना कोविड-19 के मरीजों के बेहतर इलाज के लिए की गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस ने बहुत कुछ सिखाया है. लोगों को सोचने पर मजबूर किया है.
एक महीने में लगभग 10 लाख रुपये खर्च होंगे
सिंहदेव ने कहा कि स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं को अब बेहतर करना ही होगा. ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट से हमारे यहां ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी. ऑक्सीजन सप्लाई में एक महीने में लगभग 10 लाख रुपये खर्च होंगे. जबकि साल में लगभग 1 करोड़ 20 लाख रुपये बचेगा.
ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का सपना साकार
मंत्री सिंहदेव ने कहा कि कोविड-19 में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए ऑक्सीजन जनरेटिंग प्लांट लगाना आवश्यक हो गया था. ऑक्सीजन कमी से विभाग चिंतित था. अब इमरजेंसी में मरीजों की जान को बचाया जा सकेगा. ऑक्सीजन प्लांट जीवनदायी साबित हुआ है. बेहतर गुणवत्ता और बेहतर कीमत में ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का सपना साकार हुआ है. समय के साथ इसकी महत्व समझ में आएगा. यहां दो प्लांट लगे हैं, जो एक दूसरे को सपोर्ट कर रहे हैं.