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स्वास्थ्य मंत्री के भाई किसान बन पहुंचे धान समिति, हमाली शुल्क के नाम पर 24 रुपए अवैध वसूली का आरोप

सरगुजा में स्वास्थ्य मंत्री के भाई विन्देश्वर शरण सिंह देव किसान बन अंबिकापुर धान समिति केंद्र पहुंचे. केंद्र में किसानों से अतिरिक्त राशि लिए जाने को लेकर हंगामा बरपा. घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची.

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Published : Nov 25, 2022, 10:14 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: धान खरीदी केंद्र पर प्रशासन की लापरवाही से किसानों की परेशानी बढ़ गई है. समिति में किसानों से हमाली शुल्क के नाम पर अतिरिक्त 24 रुपए लिए जाने का मामला सामने आया है. किसान से अतिरिक्त राशि लिए जाने को लेकर समिति में जमकर हंगामा हुआ. बड़ी बात यह है कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के चचेरे भाई और कांग्रेस नेता विन्देश्वर शरण सिंह देव खुद किसान बन धान बेचने पहुंचे हुये थे. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम द्वारा मामले की जांच की जा रही है.


यह भी पढ़ें: भिलाई में शातिर ठग गिरफ्तार, 30 लाख का किया था ठगी

स्वास्थ्य मंत्री के भाई पहुंचे थे समिति: प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी चल रही है. देर से हुई बारिश के कारण अब भी समितियों में धान खरीदी ने रफ्तार नहीं पकड़ी है, लेकिन इन सब के बीच समिति प्रबंधकों ने कमाई का एक नया जरिया तैयार कर लिया है. गुरुवार को इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक किसान के रूप में कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री के चचेरे भाई विंदेश्वर शरण सिंह देव धान बेचने के लिए सरगवां स्थित नमनाकला धान खरीदी केंद्र पहुंचे.


विरोध के बाद जांच: इस खरीदी केंद्र में धान के हमाली शुल्क के नाम पर 24 रुपए प्रति क्विंटल की अतिरिक्त मांग की जा रही थी. जिसके बाद उन्होंने इसका विरोध किया. समिति में प्रति क्विंटल 24 रुपए की अतिरिक्त वसूली को लेकर आक्रोशित लोगों ने मामले की जानकारी प्रशासन को दी. जिसके बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे और अतिरिक्त वसूली पर रोक लगाने के साथ ही जांच शुरू कर दी है. धान खरीदी के दौरान हमाली शुल्क 6 रुपए के साथ कुल 9 रुपए समिति को दिया जाता है, जिसमें बोरा सिलाई, स्टेंसिल, स्टेगिंग, सुतली सहित अन्य कार्य शामिल होते हैं. ऐसे में अलग से 24 रुपए की अतिरिक्त वसूली हमाली शुल्क के नाम पर लिया जाना अवैध है.

हमालों ने स्वीकार की वसूली: एसडीएम प्रदीप साहू ने बताया " सूचना पर जांच कराई गई है. हमाली के नाम पर अतिरिक्त कोई शुल्क लेने का प्रावधान नहीं है. अतिरिक्त वसूली को बंद कराया गया है. इसके साथ ही रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.''

सरगुजा: धान खरीदी केंद्र पर प्रशासन की लापरवाही से किसानों की परेशानी बढ़ गई है. समिति में किसानों से हमाली शुल्क के नाम पर अतिरिक्त 24 रुपए लिए जाने का मामला सामने आया है. किसान से अतिरिक्त राशि लिए जाने को लेकर समिति में जमकर हंगामा हुआ. बड़ी बात यह है कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के चचेरे भाई और कांग्रेस नेता विन्देश्वर शरण सिंह देव खुद किसान बन धान बेचने पहुंचे हुये थे. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम द्वारा मामले की जांच की जा रही है.


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स्वास्थ्य मंत्री के भाई पहुंचे थे समिति: प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी चल रही है. देर से हुई बारिश के कारण अब भी समितियों में धान खरीदी ने रफ्तार नहीं पकड़ी है, लेकिन इन सब के बीच समिति प्रबंधकों ने कमाई का एक नया जरिया तैयार कर लिया है. गुरुवार को इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक किसान के रूप में कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री के चचेरे भाई विंदेश्वर शरण सिंह देव धान बेचने के लिए सरगवां स्थित नमनाकला धान खरीदी केंद्र पहुंचे.


विरोध के बाद जांच: इस खरीदी केंद्र में धान के हमाली शुल्क के नाम पर 24 रुपए प्रति क्विंटल की अतिरिक्त मांग की जा रही थी. जिसके बाद उन्होंने इसका विरोध किया. समिति में प्रति क्विंटल 24 रुपए की अतिरिक्त वसूली को लेकर आक्रोशित लोगों ने मामले की जानकारी प्रशासन को दी. जिसके बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे और अतिरिक्त वसूली पर रोक लगाने के साथ ही जांच शुरू कर दी है. धान खरीदी के दौरान हमाली शुल्क 6 रुपए के साथ कुल 9 रुपए समिति को दिया जाता है, जिसमें बोरा सिलाई, स्टेंसिल, स्टेगिंग, सुतली सहित अन्य कार्य शामिल होते हैं. ऐसे में अलग से 24 रुपए की अतिरिक्त वसूली हमाली शुल्क के नाम पर लिया जाना अवैध है.

हमालों ने स्वीकार की वसूली: एसडीएम प्रदीप साहू ने बताया " सूचना पर जांच कराई गई है. हमाली के नाम पर अतिरिक्त कोई शुल्क लेने का प्रावधान नहीं है. अतिरिक्त वसूली को बंद कराया गया है. इसके साथ ही रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.''

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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