सरगुजा : सरगुजा जिले में कई महत्वपूर्ण योजनाएं आज भी अधर में हैं. यह सभी की सभी योजनाएं मौजूदा समय में कछुए की गति से चल रही है. सरगुजा में कई सारी योजनाएं और विकास कार्य ठप हैं.
अधर में निर्माण कार्य
- ट्रांसपोर्ट नगर
- सब्जी मंडी
- इंजीनियरिंग कॉलेज
- नगर निगम का प्रशासनिक भवन
- पुराना बस स्टैंड
- शॉपिंग काम्प्लेक्स
- विवि का प्रशासनिक भवन
- सिटी बस टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण
इन सभी भवनों और स्थलों पर निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है. इसको लेकर अब विपक्ष ने सत्तारूढ दल पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.देखा जाय तो 2007 में ट्रांसपोर्ट नगर का काम शुरू किया गया. तत्कालीन भाजपा सरकार औऱ नगर निगम में भाजपा के महापौर प्रबोध मिंज ने सौगात दी थी, वर्षों निर्णाण चला लेकिन पूरा नहीं हुआ. 13 साल बाद कांग्रेस की सत्ता ने लाखों रुपये खर्च करके दोबारा बनवाने का प्रयास किया. लेकिन यह जमीन निगम के बजाय सीजीएमएससी की निकल गई.
थोक सब्जी मंडी का काम, विवि प्रशासनिक भवन, इंजीनियरिंग कॉलेज आदि का निर्माण कार्य आज तक पूरा नहीं हुआ. विपक्ष कांग्रेस पर सीधा आरोप लगा रहा है. उसका कहना है कि जिम्मेदार सरगुज़ा का विकास नहीं चाहते. हर काम में बाधा डालते रहे हैं. इनकी सत्ता होने के बाद भी निर्माण कार्य नहीं कराया जा रहा. पार्टी नेताओं का कहना है कि सरगुज़ा में बन रहे राजीव भवन में कांग्रेस की प्रबल इच्छा शक्ति दिखी. एक वर्ष में ही तीन फ्लोर की बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई. कांग्रेस नेताओं की यही इच्छाशक्ति जन-उपयोग के शासकीय भवनों के निर्माण में नहीं दिख रहा.
विपक्ष ने विरासत में प्रदेश को दी कई कठिनाई: कांग्रेस
विपक्ष के हमले के जवाब में कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बताया कि, विकास के मामले में पार्टी की इच्छाशक्ति हमेशा प्रबल रही है. सरकार ने सरकारी अस्पताल में आईसीयू बेड बढवाया. अलग-अलग माध्यमों से आक्सीजन व्यवस्था, एक साल में 26 उप-स्वास्थ्य केंद्र की स्वीकृति, 25 महिला सामुदायिक भवन, सहकारी समितियां, दरिमा को तहसील का दर्जा देने आदि सरीके विकास कार्यों पर तेजी से काम हुआ. विपक्ष ने विरासत में प्रदेश को कई कठिन समस्याएं दी.