सरगुजा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 से पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो बड़े नेता एक साथ बड़ा संदेश देते नजर आए. इनमें सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव शामिल हैं. सरगुजा में कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे के बीच सभी गिले शिकवों की कहानी को नकार दिया. लग रहा था कि चार साल से दोनों के बीच जारी मन मुटाव अब खत्म हो गया है. इसके साथ ही एक बार फिर से छत्तीसगढ़ के जय-वीरू यानी की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव की दोस्ती फिर परवान चढ़ने को तैयार है.
सीएम बघेल और सिंहदेव की नजदीकियों से निकला नया समीकरण: इस सम्मेलन में दोनों ही नेताओं का प्यार देखते ही बन रहा था. भूपेश बघेल ने बार बार सिंहदेव को बाहों में भरकर साथ होने का दावा किया तो, सिंहदेव ने भी मंच से बता दिया कि हमारे संबंध कभी खराब नहीं रहे. भूपेश भाई ने कभी व्यवहार में कमी नहीं की. ये संकेत कांग्रेस के लिए छत्तीसगढ़ चुनाव से पहले नई कहानी को बयां कर रहा है. इससे अब दोनों गुटों के कार्यकर्ता एक साथ नजर आते दिखाई देंगे.
सरगुजा से कांग्रेस की नई तिकड़ी का पता चला: सरगुजा संभागीय सम्मेलन से इस बार नई तिकड़ी की शुरुआत हुई है. मंच पर सीएम बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और कांग्रेस नेता राजेश तिवारी एक साथ नजर आए. सिहंदेव ने इस तिकड़ी की दास्तां सुना डाली. इसके बाद सिंहदेव जब भोजन के बाद अपने घर जाने लगे तो, उनकी खोजबीन शुरू हो गई. इधर मीडिया को बयान देने से पहले कांग्रेस प्रदेश प्रभारी शैलजा कुमारी ने मुख्यमंत्री से कहा टी एस सिंहदेव नहीं दिख रहे है. मुख्यमंत्री ने पीछे मुड़कर कहा महाराज कहां हैं वैसे ही दर्जनों लोग महाराज यानी कि सिंहदेव को खोजने लगे. तभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नजर पार्किंग तक गई. जहां सिंहदेव अपनी गाड़ी में बैठने वाले थे. मुख्यमंत्री ने वही से जोर से आवाज लगाई 'महाराज... आवाज टी एस सिंहदेव तक पहुंच गई और वो वापस आये और सिंहदेव के आने के बाद शैलजा कुमारी ने मीडिया से बात की.
हम साथ साथ हैं का नारा किया बुलंद: इस दौरान पत्रकारों के सवाल पर कुमारी शैलजा दोनों नेताओं को श्रेय देती नजर आई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बार बार बताया कि 'हम साथ साथ हैं'.टी एस सिंहदेव ने भी कहा हम साथ साथ हैं और साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इस तरह सरगुजा में कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन से कांग्रेस को 23 की लड़ाई शानदार आगाज की प्रेरणा मिली है. दो बड़े नेताओं की जुगलबंदी अब सियासत में नया कारनामा दिखाती नजर आ सकती है.
सिंहदेव और बघेल के रिश्तों में लगातार दिखता रहा है उतार चढ़ाव: छत्तीसगढ़ की सियासत में सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के रिश्ते में लगातार उतार चढ़ाव देखने को मिला है. बीते चार सालों में सीएम पद को लेकर दोनों के बीच जोर आजमाइश भी देखने को मिली. ढाई ढाई साल के सीएम फॉर्मूले पर सिंहदेव लगातार अपना दर्द बयां करते रहे. तो दूसरी तरफ सीएम भूपेश बघेल आलाकमान के सामने अपना शक्ति प्रदर्शन कर यह जताने की कोशिश करते रहे कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में उनकी क्या पावर है. इस तरह बीते पांच साल में इन दोनों नेताओं के बीच छत्तीसगढ़ की राजनीति घूमती रही. अब सरगुजा में दोनों को एक साथ देख एक नया राजनीतिक संदेश देखने को मिला है.