सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम के निर्वाचन के बाद अब तक एक भी सामान्य सभा की बैठक आयोजित नहीं की गई थी, लेकिन कोरोना काल के बीच सरकार के नियमों का पालन करते हुए सामान्य सभा की पहली बैठक आयोजित की गई. लंबे समय के बाद जनहित के मुद्दों के समाधान के लिए बुधवार को नगर निगम के समान्य सभा की पहली बैठक आयोजित की गई. इस पहली सामान्य सभा मे ज्यादातर मामलों में पक्ष और विपक्ष की सहमति बन गई. इसे सर्व सम्मति से प्रस्ताव आगे बढ़ाया गया, लेकिन 3 मुद्दों पर सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया.
सामान्य सभा में विपक्ष ने सामुदायिक भवनों का पैसा ठेकेदार पर बकाया होने के मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा किया. इसके साथ ही प्रॉपर्टी टैक्स आधा करने की घोषणा. साथ ही एजेंडे के आलवा अतिरिक्त विषय पर सहमति बनाने को विपक्ष ने नियम के खिलाफ करार दिया है.
राजमोहनी देवी भवन में निगम की पहली बैठक
स्थानीय राजमोहनी देवी भवन में बुधवार को नगर निगम की पहली बैठक आयोजित की गई. सामान्य सभा की बैठक के पहले डेढ़ घंटे में पार्षदों के लगाए गए प्रश्नों पर चर्चा की गई. प्रश्नकाल थोड़ा हंगामेदार रहा, शहर के अंदर स्थित सरगुजा सदन, राजमोहनी भवन सहित अन्य भवनों को किराए पर दिए जाने को लेकर हंगामा किया. महापौर अजय तिर्की ने हंगामा करने वाले पार्षद को जवाब देते हुए कहा कि वर्ष 2011 में पूर्व के कार्यकाल में सामुदायिक भवन ठेका में दिया गया था.
ठेकेदार ने निगम के आयोजित सभी कार्यों को किया
ठेकेदार ने निगम के आयोजित सभी कार्यों को पूरा किया है, जिसमें ठेकेदार ने निगम के सामने 85 लाख का बिल प्रस्तुत किया है. निगम ठेकेदार को उसका भुगतान करेगा. उसमें ठेकेदार के बिल के भुगतान समायोजन करने के बाद शेष राशि का भुगतान करा लिया जाएगा, लेकिन इस मामले में विपक्ष बार-बार ठेकेदार के प्रस्तुत बिलों की जांच समिति से जांच कराने की पर जोर दिया जा रहा था.
बिल का भुगतान ही नहीं हुआ तो, फिर भ्रष्टाचार कैसे हो गया ?
इस पर शफी अहमद ने कहा कि जब ठेकेदार के बिल का भुगतान ही नहीं हुआ तो, फिर भ्रष्टाचार कैसे हो गया.? सिर्फ आरोप लगाना मकसद नहीं होना चाहिए. अगर आज कोई व्यवस्था बनी है तो उसके लिए रुपए तो लगता है. अगर निगम अपने बकाया पर ब्याज लेता है, तो हमें ठेकेदार को भी ब्याज देना होगा. यह गलत होगा कि हम ठेकेदार के बिल का भुगतान न करें.
सम्पत्ति कर को लेकर सदन में गरमाया मुद्दा
वहीं इसके बाद कांग्रेस के सम्पत्ति कर को आधा किए जाने की घोषणा पर सदन गर्म हो गया, जिसका जवाब देते हुए महापौर ने स्पष्ट किया कि यह सिर्फ अंबिकापुर में ही नही बल्कि प्रदेश सरकार ने अपने मेनिफेस्टो में कहा था कि संपत्ति कर आधा होगा. कोविड-19 की वजह से अभी तो संभव नहीं है, लेकिन यह वादा सरकार जरूर पूरा करेगी.
कोरोना की वजह से बहुत से काम पेंडिग
अंत में कुछ ऐसे विषयों को चर्चा में रखा गया जो जन हित के लिए बहुत आवश्यक थे. कोरोना की वजह से लंबित बैठकों की वजह से बहुत से ऐसे काम पेंडिंग हैं, जिससे सीधा गरीबों का लाभ जुड़ा हुआ था. ऐसे मुद्दों को एजेंडे के अतिरिक्त विषय में लाया गया, जिस पर विपक्ष ने इसे नियम के खिलाफ बताते हुए आपत्ति की, लेकिन पक्ष की दलील के आगे विपक्ष को इसका समर्थन करना पड़ा.
सदन में रखे गए ज्यादातर विषयों पर विपक्ष की सहमति
इस मसले पर सभापति अजय अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की वजह से बहुत से संकट आए हैं. जरूर यह पहली बार हो रहा है, लेकिन जनहित के मुद्दों के लिए शासन को यह प्रस्ताव भेजना आवश्यक है. विपक्ष पहले सुन ले अगर सही लगे तो सर्व सम्मति से पारित किया जाए, जिसके बाद अतिरिक्त विषयों पर चर्चा शरू हुई. सदन में रखे गए ज्यादातर अतिरिक्त विषयों पर विपक्ष ने अपनी सहमति दे दी है.