सरगुजा : जिले में घरेलू हिंसा या आपसी विवाद में हत्या जैसे मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. बीते एक वर्ष में ऐसी मामलों में और अधिक तेजी आई है. अधिकांश मामलों में शराब के नशे में हत्या जैसी वारदात को अंजाम दिया गया है. बड़ी बात यह है कि कभी पति पत्नी की हत्या कर देता तो कभी पिता अपने ही पुत्र की. नशे में हत्या करने में बाद जब नशा उतरता है तो इन्हें पछतावा भी होता है.
पैसों के आगे रिश्तों का खून: सरगुजा के मैनपाट क्षेत्र में शराब के नशे में धुत कोरवा जाति के पति ने अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी है. लाठी डंडे से पीट-पीटकर बेरहमी से पत्नी की जान आरोपी ने ली. चंद रुपयों के खातिर पति ने अपनी पत्नी के साथ पहले विवाद किया. इसके बाद उसकी लाठियों से पीटकर जान ले ली. कमलेश्वपुर थाना क्षेत्र में हुई वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है. घटना जंगली जोबा गांव की है.
क्यों हो रही हैं हत्याएं : जिससे हम प्यार करते हैं, जिसके लिए दुनिया की सारी मुश्किलें उठाते हैं, फिर उसी की हत्या कैसे कर सकते हैं. सुनकर बड़ा ही अजीब लगता है कि पति ने पत्नी की हत्या कर दी. लेकिन इन सबके पीछे जो बड़ी वजह निकलकर सामने आती है वो है नशा. नशे के कारण ही इंसान अपना सुध बुध गवां बैठता है. उसे सिर्फ उस समय नशा ही करना होता है. लिहाजा हत्या जैसे जघन्य अपराध को करने से भी नशेड़ी पीछे नहीं हटता. यही वजह है कि आज रिश्तों का कोई मोल नहीं रह गया है.