सरगुजा : अंबिकापुर के निशक्त जन सेवा समिति में दिव्यांग दृष्टिबाधितों ने अपने हुनर से सबका दिल जीत लिया है. यह सभी लोग दिव्यांग जरूर हैं लेकिन इनके अंदर प्रतिभा कूट कूटकर भरी हुई है. इनकी गायकी और सुरों के तरानों पर आप भी झूमने को मजबूर हो जाएंगे.
सरवन नाम की युवती जो आंखों से देख नहीं सकती लेकिन हारमोनियम पर उनकी उंगलियां इतनी तेज चलती हैं कि देखने वाले दंग रह जाते हैं. इन बच्चों को सरगम के साथ-साथ सुर लय और ताल की अच्छी समझ भी है. वहीं इस समूह का एक सदस्य उमेश जो ढोलक बजाता है उसके हरफनमौला अंदाज को देख लोग दंग रह जाते हैं.
संदीप के सुर
संदीप को बचपन से ही गाने का शौक है, उसने संगीत की तालीम तो नहीं ली पर वो किसी सधे हुए गायक से कम नहीं है. ढोलक, हारमोनियम के साथ उनकी गायकी लोगों के दिल में उतर जाती है.
इन्हें मंच का इंतजार
संदीप के साथ पुनर्वास केंद्र में रहने वाले इन कलाकारों के सोशल मीडिया पर बहुत से वीडियो वायरल हैं, लेकिन आज तक किसी बड़े मंच में इन्हें अब तक गाने का मौका नहीं मिला. इन कलाकारों को अब भी मंच का इंतजार है.