सरगुजा: छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान तिहार शुरू हो गया है. बुधवार से पूरे प्रदेश में बायोमेट्रिक सिस्टम से धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू की गई है. हांलाकि अधिकतर धान खरीदी केन्द्रों में पहले दिन बोहनी भी नहीं हुई. केन्द्र में सन्नाटा पसरा रहा. सूरजपुर और बलरामपुर में भी धान खरीदी नहीं की गई. इस बीच सरगुजा में भी अधिकतर धान खरीदी केन्द्रों में सन्नाटा देखने को मिला.
क्या कहते हैं किसान: इस बीच ईटीवी भारत की टीम सरगुजा जिले के धान खरीदी केन्द्र पहुंची. यहां किसानों ने टोकन तो कटवाया. साथ ही कुछ एक किसान जानकारी लेने पहुंचे. लेकिन यहां बोहनी तक नहीं हुई. इस बीच ईटीवी भारत की टीम ने किसानों से बातचीत की. उन्होंने बताया कि " धान किसी का कटा ही नहीं है, जिसका कट भी गया है उसके धान की मिसाई नहीं हुई है. इसलिए आज कोई धान बेचने नहीं आया है. जैसे-जैसे धान कटेगा, लोग समितियों में पहुंचकर धान की बिक्री करेंगे."
पहले दिन एक भी किसान जिले की किसी भी समिति में नहीं पहुंचे हैं. टोकन भी नहीं कटा है. सामान्यतः लोग 8-10 नवम्बर तक आते हैं. दीपावाली का त्योहार पड़ने के कारण लोग यहां नहीं पहुंचे हैं. दीपावली के बाद ही धान खरीदी में तेजी आएगी.- पुरुषोत्तम परिहार, अधिकारी, सहकारी बैंक
उड़नदस्ता टीम अलर्ट: दरअसल, खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान और मक्का की खरीदी की जा रही है. अवैध धान और मक्के को लाने का खेल भी शुरू हो जाता है. ऐसे में दूसरे राज्यों से धान लाने वाले कोचियों पर नजर रखी जा रही है. उड़नदस्ता टीम को अलर्ट किया गया है. बीते दिन प्रतापपुर नाका के पास ट्रक से 500 बोरी धान को जब्त किया गया था. 27 अक्टूबर को दरिमा में भी 130 क्विंटल धान को जब्त किया गया है.