सरगुजा: पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के बाद छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ गई है. इलेक्ट्रिक वाहन इको फ्रेंडली हैं और इसके इस्तेमाल से आर्थिक बचत के साथ धरती के भविष्य को भी सजोया जा सकता है. देश में महंगाई बढ़ने और लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता न होने से पहले ऑटोमोबाइल सेक्टर में सिर्फ डीजल-पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों का दबदबा था, पर अब ऐसा नहीं है. लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ रूख कर रहे हैं. लिहाजा छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिली है.
सरगुजा में इलेक्ट्रिक स्कूटर का बाजार बढ़ा
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में भी इलेक्ट्रिक स्कूटर का बाजार अब बढ़ने लगा है. बीते कुछ महीनों से यहां लोगों ने भारी तादाद में इसे खरीदा है. शहर के एक इलेक्ट्रिक स्कूटर शोरूम के मालिक बताते हैं कि पेट्रोल के दाम अचानक बढ़ने के बाद इन स्कूटरों की मांग भी अचानक बढ़ गई. पहले साल में जनवरी-फरवरी-मार्च तक 5-7 गाड़ी ही वह बेच पाते थे, लेकिन अब हर महीने 25-28 गाड़ियां बिक रही है. शोरूम मालिक के मुताबिक, अब उनके सामने ऐसी स्थिति है कि उनके पास ग्राहकों को देने के लिए गाड़ियां ही नहीं हैं और कंपनी से 25 से 45 दिन का वेटिंग मिल रहा है.
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उन्होंने कहा कि अब जो भी ग्राहक उनके पास आता है तो उसे टेस्ट ड्राइव के लिए स्कूटर दिया जाता है और डील फाइनल होने पर गाड़ी की एडवांस बुकिंग की जाती है. उसके बाद 15-20 दिन में गाड़ी की डिलीवरी दी जाती है. उन्होंने कहा कि अंबिकापुर में इस वक्त इसके 5 डीलर हैं, जो स्कूटर बेच रहे हैं और हर महीने 200-250 गाड़ियां यहां बिक रही हैं.
इलेक्ट्रिक वाहनों से फायदे
सरगुजा के शोरूम चालक ने इसके फायदे गिनाते हुए कहा कि इलेक्ट्रिक स्कूटर पॉल्यूशन फ्री है, इसमें पेट्रोल की टोटल बचत है. एक बार गाड़ी चार्ज करने पर 70-80 किलोमीटर कर सफर तय कर सकती है. साथ ही इसके फीचर एकदम यूनिक है. पेट्रोल से चलने वाली स्कूटी में रिवर्स गियर नहीं मिलता है, लेकिन इसमें रिवर्स गियर भी है. बैठे-बैठे गाड़ी को रिवर्स किया जा सकता है. इसमें डिजिटल मीटर लगा हुआ है और इसकी 3 साल की वारंटी है. गाड़ी के सभी पाटर्स में 3 साल की फुल वारंटी है. उन्होंने कहा कि इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इसके चार्जिंग का खर्चा केवल 10 पैसा प्रति किलोमीटर है.