सरगुजा : पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने और खातों से पैसे ट्रांसफर करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी के साथ उसके सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों से कार, बाइक, एटीएम कार्ड सहित अन्य सामान बरामद किए है.
कैसे की थी ठगी : अम्बिकापुर के मिशन चौक निवासी प्रेमाकांत बघेल 24 नवम्बर 2022 को खाते से पैसा निकालने के लिए चोपड़ा पारा एटीएम गया था. जहां उसका एटीएम कार्ड बदलकर 80 हजार रुपए की ठगी कर ली गई. इसी तरह बतौली के पोकसरी गांव की महिला मुनेश्वरी से 25 फरवरी 2023 को 65 हजार रुपए की ठगी हुई. प्रेमनगर तारा निवासी कीर्ति टोप्पो से 19 अगस्त 2022 को 30 हजार 500 रुपए की ठगी हुई. जबकि 27 फरवरी 2023 को नमनाकला में किरण तिर्की से 10 हजार रुपए की ठगी की गई.
कैसे हुई गिरफ्तारी : इन सभी मामलों में प्रार्थी को मदद करने के नाम पर एटीएम कार्ड बदलकर ठगी की गई थी. इस मामले में विशेष टीम का गठन किया गया था. स्पेशल टीम और साइबर टीम ने जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज की जांच की. जांच के बाद झारखंड के रांची के लिए टीम रवाना हुई. इस दौरान पुलिस मुखबिर की सूचना के आधार पर रांची के धुर्वा निवासी मुकेश कुमार सोनी के ठिकानों पर दबिश दी. पुलिस के पहुंचने पर आरोपी ट्रक से लिफ्ट लेकर भाग रहा था जिसका 200 किलो मीटर तक पीछा करने के बाद झारखंड के छत्तरपुर के समीप घेराबंदी कर गिरफ्तारी की गई.
आरोपी ने कबूला अपना गुनाह : पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल कर लिया. आरोपी ने बताया कि उसने जशपुर बगीचा निवासी अपने साथी सुनील दास के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया. पुलिस के अनुसार आरोपी छत्तीसगढ़ आने के बाद एटीएम का घूमकर जायजा लेते थे. गार्ड रहित और कम भीड़ भाड़ वाले एटीएम में घुसकर मदद करने के नाम पर एटीएम कार्ड बदलकर राशि निकाल लेते थे.
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कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का फरार आरोपी : इस मामले में सरगुजा एसपी ने बताया कि ''पकड़ा गया मुख्य आरोपी मुकेश सोनी शातिर और आदतन अपराधी है. आरोपी दिल्ली में कारोबारी के कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के मामले में दिल्ली की जेल में 6 वर्ष तक कैद था. पैरोल पर बाहर आने के बाद से वह फरार चल रहा था.आरोपी पर दिल्ली पुलिस ने भी 10 हजार रुपए का नकद इनाम रखा था.'' आपको बता दें कि आरोपी मुकेश सोनी 2012 में नक्सली को शरण देने के मामले में चार माह की सजा रांची जेल में काट चुका है. आरोपी दिल्ली जेल से भागने के बाद एटीएम बदलकर ठगी की घटना को अंजाम दे रहा था. दिल्ली पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी. लेकिन सरगुजा पुलिस आरोपी को पकड़ने में सफल रही.