सरगुजा: COVID-19 की समस्या से निपटने के लिए सरगुजा जिला प्रशासन अब पूरी तरह तैयार है. वक्त से पहले सारी व्यवस्थाएं यहां दुरूस्त कर ली गई हैं. जिले में अब तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं पाया गया है और सरगुजा पूरी तरह सुरक्षित है. फिर भी भविष्य में किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए अंबिकापुर के रघुनाथ जिला चिकित्सालय को कोविड-19 के 120 बिस्तर वाले अस्पताल के रूप में विकसित कर लिया गया है.
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बनाए गए COVID-19 अस्पताल को जिले के कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर के मार्गदर्शन में नगर निगम के इंजीनियरों की देख-रेख में बनवाया गया है. सबसे खास बात ये है कि इस अस्पताल को ऐसे डिजाइन किया गया है, जिससे यहां आने-जाने वाले मरीज, डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ कोई भी एक-दूसरे के संपर्क में नहीं आ पाएं. इस अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने दिए थे निर्देश
दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण से जंग के लिए सरगुजा में भी व्यापक पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं. 120 बिस्तर के आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए जा चुके हैं. भविष्य में किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश पर जिला अस्पताल को कोविड-19 हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है. अस्पताल में मरीजों को ले जाने के लिए अलग दरवाजे हैं, तो वहीं डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भी अलग-अलग दरवाजे हैं.
डॉक्टरों के रूकने की है व्यवस्था
इसके साथ ही कोई भी डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी एक बार अस्पताल में दाखिल होने के बाद एक सप्ताह तक अंदर ही रहेगा. इनके रहने की व्यवस्था भी अस्पताल के अंदर ही की गई है. अस्पताल के 20 बिस्तर वाले आईसीयू को भी कोविड मरीजों के लिए आरक्षित कर लिया गया है और अब एमसीएच भवन की ओर 6 से 7 सामान्य मरीजों को आईसीयू सुविधा देने की व्यवस्था की गई है. वहीं जरुरत पड़ने पर दूसरे निजी अस्पतालों में भी आईसीयू की व्यवस्था की जाएगी.