अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ में बीते सप्ताह हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. बारिश की वजह से जहां कई घर ढह गए हैं, वहीं सड़कों की हालत भी दयनीय है गई है. अंबिकापुर में मुख्य मार्गों के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़कों की हालत बेहद खराब है. लगातार बारिश और भारी वाहनों के दबाव के कारण सड़कों पर बड़े-बड़े गढ्ढे हो गए हैं. इससे हादसों का डर बना रहता है. सड़क की जर्जर हालत को लेकर लगातार विवाद और आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं. पार्षद दीपक मिश्रा ने अंबिकापुर से रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर शंकरघाट तक सड़क मरम्मत की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और एनएच के अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा है.
पार्षद दीपक मिश्रा प्रदेश और नगर निगम में काबिज कांग्रेस सरकार के ही सदस्य हैं, लेकिन उन्होंने सड़कों की इस हालत के लिए एनएच के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है. पार्षद का कहना है कि शहर के बंगाली चौक से शंकरघाट तक एनएच की सड़क में कई गड्ढे हो गए हैं. इन गड्ढों में बारिश के मौसम में पानी भर जाता है, जिससे सड़कों पर गाड़ी चलाना दूभर हो गया है. वहीं मौसम खुलते ही उड़ती धूल ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है.
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सड़क का किया जाएगा डामरीकरण
सड़क की बदतर हालत को लेकर महिला पार्षद भी अपने पति और पूर्व पार्षद के साथ धरने पर बैठ चुकी है, लेकिन सड़कों की हालत जस की तस बनी हुई है. विभाग सड़क पर पैच रिपेयरिंग के नाम पर गड्ढों को भरवाती तो है, लेकिन दो से तीन दिनों में वही स्थिति हो जाती है. ऐसे में जरूरी है कि सही ढंग से पूरे सड़क का डामरीकरण किया जाए.
बारिश के बाद होगा सड़क की मरम्मत का कार्य
पार्षद द्वारा आंदोलन किए जाने की जानकारी मिलने के बाद एनएच के एसडीओ मौके पर पहुंचे. पार्षद ने उन्हें समस्याओं से अवगत कराने के साथ ही जल्द से जल्द निर्माण काम करने की मांग की है. एनएच के अधिकारी ने बताया कि सड़क के डामरीकरण के लिए 1 करोड़ 8 लाख की राशि का टेंडर किया गया है, लेकिन बारिश के मौसम में डामरीकरण का कार्य नहीं किया जाता है, इसलिए काम की शुरुआत नहीं हो पाई है. एक महीने बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा.