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NH बनाने वाली कंपनी ने गांव की सड़क को किया बर्बाद, कोई नहीं सुन रहा ग्रामीणों की फरियाद

सड़क निर्माण कंपनी के मनमाने रवैये की वजह से दो हजार की आबादी वाले गांव के लोग परेशानी में जिंदगी जीने को मजबूर हैं. वहीं इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि ऐसे मामलों में कार्रवाई होनी चाहिए.

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Published : Aug 31, 2019, 10:30 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सड़क हुई जर्जर

सरगुजा: पिछले कुछ साल से बदहाल सडकों के लिए सुर्खियां बटोरता रहा है. लेकिन जिम्मेदारों को इसकी कोई परवाह नहीं है. परवाह होती तो शायद उदयपुर के कवलगिरी गांव के लोग परेशान न होते. दरअसल इस गांव के लोगों के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना के तहत करीब 2 करोड़ रुपये खर्च कर साढ़े पांच किलोमीटर की सडक बनावाई गई थी, जिसे नेशनल हाईवे बनाने वाली कंपनी ने बर्बाद कर दिया है.

सड़क हुई जर्जर

पढ़ें: EXCLUSIVE: सीएम ने की मस्ती, तो उनकी पत्नी ने रचाई मेंहदी, ETV भारत से क्या बोले बघेल

वहीं दूसरी ओर शिवनगर से अंबिकापुर तक जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 130 को बनाने वाली सड़क निर्माण कंपनी के नुमाईंदे ही इस सड़क के दुश्मन बन गए हैं. क्योंकि नेशनल हाईवे बनाने के किए निर्माण कंपनी ने NH से कंवलगिरी जाने तक जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क के पास ही अपना प्लांट लगा लिया है और प्लांट से सड़क और क्रेसर तक चलने वाले भारी ट्रक 2 करोड़ की लागत से बनी इस की सडक का नक्शा बिगाड़ चुके हैं.

ग्रामसभा से नहीं ली अनुमति
सड़क निर्माण कंपनी की ओर से खोले गए प्लांट की वजह से जिले के कंवलगिरी गांव के लोगों की तकलीफ बढ़ गई है. कंपनी की ओर से पंचायती राज के नियमों का भी खुला उल्लंघन किया जा रहा है, सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाली रेत को ठेकेदार गांव की ही नदी से निकाल रहे हैं और इसके लिए वो रॉयल्टी भी नहीं दे रहे हैं और न ही ग्रामसभा से इसकी अनुमति ली गई.

राजस्व का हो रहा नुकसान
गांव के जनप्रतिनिधि भी इस बात को मानते हैं कि, सडक निर्माण कंपनी के भारी वाहनों की वजह से गांव की सड़क खराब हो रही है. सड़क खराब होने की वजह से रोज हादसे हो रहे हैं और रेत के अवैध उत्खनन से ग्राम पंचायत के राजस्व में भी डाका डाला जा रहा है.

गांववालों ने सिंहदेव से की शिकायत
लंबी मांग के बाद अपने गांव में बनी सडक को उख़डता देख कंवलगिरी गांव के लोग खासे परेशान हैं. इसके साथ ही सड़क निर्माण कंपनी खनिज संपदा का भी तेजी से दोहन कर रही है. ग्रामीणों ने कई बार विरोध भी किया, लेकिन सडक निर्माण कंपनी के ठेकेदार के सामने किसी की नहीं चली, लिहाजा हमने गांवोवालों की इस समस्या को क्षेत्र के विधायक और पंचायत एंव ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव के सामने रखा.

'गांव की सड़क ठेकेदार कैसे कर सकता है बर्बाद'
गांववालों की समस्या सुनने के बाद सिंहदेव ने कहा कि 'सरगुजा आदिवासी इलाका है और यहां किसी भी निर्माण के लिए बाहर से आने वाली कंपनी भोले-भाले आदिवासियों का तरह-तरह से शोषण करती हैं. ये भी ग्रामीणों के शोषण और उनके हक से जुडा मामला है'. उन्होंने कहा कि 'गांव मे बनी 2 करोड़ की सडक को भला एक ठेकेदार कैसे बर्बाद कर सकता है'.

पहले भी मिला है आश्वासन
बहरहाल मंत्री टीएस सिंहदेव ने ठेकेदार पर कार्रवाई की बात कही है. लेकिन ऐसी कार्रवाइयों की बात तो नेता पहले भी करते आए हैं. अब देखना यह होगा कि क्या इस बार ठेका कंपनी पर कार्रवाई होती है या फिर उसकी दबंगई ऐसे ही जारी रहती है.

सरगुजा: पिछले कुछ साल से बदहाल सडकों के लिए सुर्खियां बटोरता रहा है. लेकिन जिम्मेदारों को इसकी कोई परवाह नहीं है. परवाह होती तो शायद उदयपुर के कवलगिरी गांव के लोग परेशान न होते. दरअसल इस गांव के लोगों के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना के तहत करीब 2 करोड़ रुपये खर्च कर साढ़े पांच किलोमीटर की सडक बनावाई गई थी, जिसे नेशनल हाईवे बनाने वाली कंपनी ने बर्बाद कर दिया है.

सड़क हुई जर्जर

पढ़ें: EXCLUSIVE: सीएम ने की मस्ती, तो उनकी पत्नी ने रचाई मेंहदी, ETV भारत से क्या बोले बघेल

वहीं दूसरी ओर शिवनगर से अंबिकापुर तक जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 130 को बनाने वाली सड़क निर्माण कंपनी के नुमाईंदे ही इस सड़क के दुश्मन बन गए हैं. क्योंकि नेशनल हाईवे बनाने के किए निर्माण कंपनी ने NH से कंवलगिरी जाने तक जाने वाली प्रधानमंत्री सड़क के पास ही अपना प्लांट लगा लिया है और प्लांट से सड़क और क्रेसर तक चलने वाले भारी ट्रक 2 करोड़ की लागत से बनी इस की सडक का नक्शा बिगाड़ चुके हैं.

ग्रामसभा से नहीं ली अनुमति
सड़क निर्माण कंपनी की ओर से खोले गए प्लांट की वजह से जिले के कंवलगिरी गांव के लोगों की तकलीफ बढ़ गई है. कंपनी की ओर से पंचायती राज के नियमों का भी खुला उल्लंघन किया जा रहा है, सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाली रेत को ठेकेदार गांव की ही नदी से निकाल रहे हैं और इसके लिए वो रॉयल्टी भी नहीं दे रहे हैं और न ही ग्रामसभा से इसकी अनुमति ली गई.

राजस्व का हो रहा नुकसान
गांव के जनप्रतिनिधि भी इस बात को मानते हैं कि, सडक निर्माण कंपनी के भारी वाहनों की वजह से गांव की सड़क खराब हो रही है. सड़क खराब होने की वजह से रोज हादसे हो रहे हैं और रेत के अवैध उत्खनन से ग्राम पंचायत के राजस्व में भी डाका डाला जा रहा है.

गांववालों ने सिंहदेव से की शिकायत
लंबी मांग के बाद अपने गांव में बनी सडक को उख़डता देख कंवलगिरी गांव के लोग खासे परेशान हैं. इसके साथ ही सड़क निर्माण कंपनी खनिज संपदा का भी तेजी से दोहन कर रही है. ग्रामीणों ने कई बार विरोध भी किया, लेकिन सडक निर्माण कंपनी के ठेकेदार के सामने किसी की नहीं चली, लिहाजा हमने गांवोवालों की इस समस्या को क्षेत्र के विधायक और पंचायत एंव ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव के सामने रखा.

'गांव की सड़क ठेकेदार कैसे कर सकता है बर्बाद'
गांववालों की समस्या सुनने के बाद सिंहदेव ने कहा कि 'सरगुजा आदिवासी इलाका है और यहां किसी भी निर्माण के लिए बाहर से आने वाली कंपनी भोले-भाले आदिवासियों का तरह-तरह से शोषण करती हैं. ये भी ग्रामीणों के शोषण और उनके हक से जुडा मामला है'. उन्होंने कहा कि 'गांव मे बनी 2 करोड़ की सडक को भला एक ठेकेदार कैसे बर्बाद कर सकता है'.

पहले भी मिला है आश्वासन
बहरहाल मंत्री टीएस सिंहदेव ने ठेकेदार पर कार्रवाई की बात कही है. लेकिन ऐसी कार्रवाइयों की बात तो नेता पहले भी करते आए हैं. अब देखना यह होगा कि क्या इस बार ठेका कंपनी पर कार्रवाई होती है या फिर उसकी दबंगई ऐसे ही जारी रहती है.

Intro: सरगुजा- शहर के लोगो की रोड बनाने के लिए अगर गांव वालो की रोड और उनकी संपदा पर कोई डाका डाल रहा हो .. तो वो कितना जायज है.. लेकिन ऐसा ही हो रहा है सरगुजा जिले के उदयपुर इलाके मे.. जहां स़डक निर्माण कंपनी के मनमाने रवैये के कारण दो हजार की आबादी वाले गांव के दहशत मे जीने को मजबूर है.. वही इस मामले मे स्थानिय विधायक औऱ छत्तीसगढ के केबीनेट मंत्री ने कहा ऐसे मामलो मे कार्यवाही होनी चाहिए..
सरगुजा जिला पिछले कुछ वर्षो से अपनी बदहाल सडको के लिए सुर्खियां बटोरता रहा है.. लेकिन जिम्मेदार को इसकी कोई परवाह नहीं है.. परवाह होती तो शायद उदयपुर के कवलगिरी गांव के लोग परेशान ना होते.. दरअसल इस गांव के लोगो के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना के तहत करीब 2 करोड खर्च करके करीब साढे पांच किलोमीटर की सडक बनावाई गई थी.. लेकिन दूसरी तरफ शिवनगर से अम्बिकापुर तक के राष्टीय राजमार्ग 130 को बनाने वाली सडक निर्माण कंपनी के नुमाईंदे ग्रामीण इलाके की इस सडक के दुश्मन बन गए है.. क्योकि एनएच को बनाने के किए निर्माण कंपनी ने एनएच से कंवलगिरी जाने तक जाने वाली प्रधानमंत्री सडक अपना प्लांट लगा लिया है. और प्लांट से सडक और क्रेसर तक चलने वाले भारी ट्रक 2 करोड की सडक का नक्सा ही बिगाड चुके हैं.. Body: कंवलगिरी गांव सरगुजा जिले के बडे गांवो की फेहरिस्त मे शुमार है.. जहां डीव्ही नाम की सडक निर्माण कंपनी के द्वारा के द्वारा खोले गए प्लांट मे पंचायती राज के नियमो का भी खुला उल्लंघन किया जा रहा है.. क्योकि सडक निर्माण मे इस्तेमाल होने वाले रेत को ठेकेदार गांव की ही नदी से निकाल रहे हैं.. लेकिन इसके लिए ठेकेदार ना ही रायल्टी पटा रहें हैं.. और ना ही ग्राम सभा मे इस तरह का कोई प्रस्ताव जारी हुआ है कि ठेकेदार गांव की खनिज संपदा का अपने प्रभाव से उपयोग कर सके.. इधर गांव के जिम्मेदार जनप्रतिनिधी भी इस बात को मानते हैं कि सडक निर्माण कंपनी के भारी वाहनो की वजह से गांव की सडक खराब हो रही है.. सडक खराब होने की वजह से रोज हादसे हो रहें है और रेत के अवैध उत्खनन से ग्राम पंचायत के राजस्व मे भी डाका डाला जा रहा है..
लंबी मांग के बाद अपने गांव मे बनी सडक को उख़डता देखकर परेशान कंवलगिरी गांव के लोग की खनिज संपदा का भी निर्माण कंपनी दोहन कर ले रही है. ग्रामीणो ने कई बार विरोध भी किया लेकिन शायद दबंग सडक निर्माण ठेकेदार के सामने किसी की नही चली.. लिहाजा हमने गांवो वालो की इस समस्या को क्षेत्र के विधायक और पंचायत एंव ग्रामीण विकास मंत्री टी एस सिंहदेव के सामने रखा.. तो उन्होने कार्यवाही का दम भरने की बजाय तकनीकी पैमाने पर बात करना शुरु दिया.. Conclusion:सरगुजा आदिवासी इलाका है और यहां किसी भी निर्माण के लिए बाहर से आने वाली कंपनी भोले भाले आदिवासियो का तरह तरह से शोषण करती हैं. ये भी ग्रामीणो के शोषण और उनके हक से जुडा मामला है.. नही तो फिर गांव मे बनी 2 करोड की सडक को भला एक ठेकेदार कैसे बर्बाद कर सकता है.. बहरहाल मंत्री जी ने दबी जुबान कार्यवाही की बात तो कही है.. लेकिन ऐसी कार्यवाहियो की बात तो नेता पहले भी करते आए हैं.. तो इस बार ठेका कंपनी पर कार्यवाही होती है या फिर उसकी दबंगई ऐसे ही जारी रहती है ये देखने वाली बात होगी...

बाईट-1- सीता राम , ग्रामीण

बाईट-2-शोमरू राम ,ग्रामीण

बाईट-3-शिवनारायण यादव , उप सरपंच , कंवलगिरी, उदयपुर ,सरगुजा

बाईट-4- टी एस सिंहदेव, स्वास्थ एंव पंचाय ग्रामीण विकास मंत्री.,छग
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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