सरगुजा : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सरगुजा संभाग में राजनीति गर्मा गई है. टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज ने बीजेपी की सदस्यता ले ली. छ्त्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर और पवन साय ने चिंतामणि महाराज के साथ कई संत समाज के लोगों को सदस्यता दिलाई.आपको बता दें कि 2013 विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर चिंतामणि महाराज ने बीजेपी से किनारा करते हुए कांग्रेस ज्वाइन किया था. वहीं 2018 में चुनाव में चिंतामणि महाराज ने सामरी विधानसभा से चुनाव जीता था. वहीं 2023 में जब कांग्रेस ने चिंतामणि का टिकट काटा तो एक बार फिर उन्होंने इतिहास दोहराते हुए कांग्रेस छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली.
कांग्रेस की बढ़ेगी टेंशन : चिंतामणि महाराज बलरामपुर जिले की सामरी विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक और संसदीय सचिव हैं. विधानसभा चुनाव में टिकट कटने को लेकर कांग्रेस से नाराज चल रहे थे. अंबिकापुर में उन्होंने बीजेपी के छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया है..
कौन हैं चितामणि महाराज ? : चिंतामणि महाराज कंवर समाज के बड़े नेता हैं. चिंतामणि महाराज, संत गहिरा गुरु महाराज के सुपुत्र हैं. कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया है, जिसके बाद समाज में नाराजगी है. चिंतामणि का टिकट कटने पर उनके समर्थकों ने काफी हंगामा बी किया था.वहीं अब बीजेपी ने चिंतामणि को अपने साथ लाकर कंवर समाज का बड़ा वोट बैंक अपने पाले में लाने में कामयाब हो गई है.