सरगुजा : स्वभाव से सरल, शर्मीले लेकिन भावुक और मेहनत कश, ये अंदाज है अंबिकापुर के एक प्रधान आरक्षक देव नारायण सिंह नेताम का जो फिलहाल ट्रैफिक में पदस्थ हैं. नेताम ने लॉकडाउन के समय परेशान मजदूरों के दर्द को समझा और अपनी ड्यूटी से परे हटकर उन्होंने मानवता का धर्म निभाया. लगातार मजदूरों की सहायता में नेताम तपती धूप में दिन भर सड़क पर दौड़ते नजर आते हैं. मुसाफिरों और मजदूरों को रोक-रोक कर खाना-पानी पूछते हैं और पैदल चल रहे हजारों मजदूरों को इन्होंने ट्रकों में बैठाकर उनके गंतव्य तक भेजा है.
इनके काम की सराहना सरगुजा में खूब हो रही थी, ट्रकों में खाना-पानी देकर मजदूरों की मदद करते इस पुलिस वाले की खबर ETV भारत ने भी दिखाई थी. लेकिन शनिवार को सुबह करीब 10 बजे नेताम के मोबाइल में एक ऐसा फोन कॉल आया जिसे सुनकर उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ, फोन पर आवाज आई 'मैं अरविंद केजरीवाल बोल रहा हूं' दिल्ली का मुख्यमंत्री और फिर केजरीवाल ने देवनारायण नेताम से उनका हाल चाल जाना और मजदूरों की सहायता में कर रहे उनके काम की सराहना करते हुये कहा कि आप ऐसे ही मानवता का धर्म निभाते रहिए.
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सीएम केजरीवाल ने की तारीफ
जाहिर है की शासन के एक छोटे से कर्मचारी को जब इतने बड़े प्रदेश के मुखिया की सराहना मिली तो उनका मनोबल और भी बढ़ चुका है, इस पूरे मामले में गौर करने वाली बात यह है की नेताम की नेकदिली की चर्चा दिल्ली तक पहुंच गई और वहां के सीएम ने उनकी प्रशंसा की लेकिन उनके खुद के प्रदेश के मुखिया की नजर शायद इन पर नहीं पड़ी. उम्मीद है की छत्तीसगढ़ सरकार की नजरें भी नेताम पर पड़ेगी और अपनी जान जोखिम में डालकर उनके द्वारा लड़ी जा रही इस जंग का उचित उपहार उन्हें सरकार देगी.