सरगुजा: छत्तीसगढ़ का 'शिमला' कहे जाने वाले मैनपाट में तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का आगाज शुक्रवार को होगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ करेंगे. यह महोत्सव 14 फरवरी तक रोपाखार जलाशय के पास आयोजित किया जा रहा है. इस मौके पर शैला, सुआ और करमा नृत्य के विजेताओं को पुरस्कृत करने के साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति और संस्था को सम्मानित किया जाएगा.
महोत्सव में कैलाश खेर, अनुज शर्मा, खेसारी लाल, अक्षरा सिंह, काजल राघवानी जैसे प्रसिद्ध कलाकारों के साथ ही स्थानीय कलाकारों और लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी. इसके ही साथ मेला, विभागीय स्टॉल, फूडजोन, एडवेंचर स्पोर्ट्स का भी आकर्षण रहेगा.
प्रकृति, पर्यटन और संस्कृति का संगम
छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से ख्याति प्राप्त सरगुजा जिले के मैनपाट में अद्भुत प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ विभिन्न बोली, भाषा और संस्कृतियों का भी संगम है. मांझी-मंझवार, पहाड़ी कोरवा, आदिवासी इस जगह को बेहद खूबसूरत बनाते हैं. तिब्बती भाषा, बोली और संस्कृति का मेल से मैनपाट अनूठा हो जाता है.
आखिर क्यों इतना खास है मैनपाट ?
मैनपाट छत्तीसगढ़ के उत्तरी क्षेत्र में स्थित एक पाट क्षेत्र है. यह विंध्य रेंज पर समुद्र तल से करीब 3500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. 407 वर्ग किलोमीटर में फैला पूरा पाट क्षेत्र पहाड़ी, हरियाली, झरने, नदी, खनिज पदार्थ जैसे प्राकृतिक संसाधनों के अनमोल उपहारों से भरा-पूरा है. मैनपाट में तिब्बती कैम्प, बुद्धिष्ट मंदिर और अद्वितीय जलवायु प्रसिद्ध हिल स्टेशन शिमला का अहसास कराते हैं.
मैनपाट महोत्सव की भव्य तैयारियों को लेकर सियासी घमासान
आपका मन मोह लेगा मैनपाट
मैनपाट में 20 से 25 मनमोहक और अद्भुत पर्यटन पॉइंट हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. यहां के पर्यटन पांइट में टाइगर प्वॉइंट, मेहता प्वॉइंट, फिश प्वॉइंट, किंग प्वॉइंट, परपटिया व्यू, बौद्ध मंदिर तथा अद्भूत उल्टा पानी एवं जलजली शामिल हैं. उल्टा पानी में नीचे से ऊपर की ओर पानी का बहाव और इंजन बंद वाहनों का चढ़ाई पर चढ़ना तथा जलजली की स्प्रिंग जैसे उछाल वाली जमीन पर्यटकों को हैरान करते हैं.
यहां होता है रोमांच का एहसास
जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मैनपाट जाने के लिए दरिमा-नावानगर से आगे करीब 15 किलोमीटर का सफर पहाड़ी पर चढ़ते हुए घुमावदार सड़क से गुजरता है. घुमावदार रास्ते के दोनों ओर हरे-भरे वृक्ष, बड़े-बड़े चट्टाने और खाई रोमांच का एहसास कराते हैं.
साल 2012 से हो रहा है आयोजन
राज्य सरकार की ओर से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2012 से मैनपाट में महोत्सव का आयोजन हर साल किया जा रहा है. महोत्सव में पर्यटकों के लिए मेला, एडवेंचर स्पोर्ट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष भी 12 से 14 फरवरी तक 3 दिवसीय मैनपाट महोत्सव का आयोजन रोपाखार जलाशय के पास किया जा रहा है.
सीएम का शेड्यूल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 12 फरवरी को मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पुलिस परेड ग्राउण्ड रायपुर से दोपहर 2 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 3 बजे सरगुजा जिले के मैनपाट पहुंचेंगे और मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ करेंगे. मुख्यमंत्री बघेल शाम 5.20 बजे रायपुर लौट आएंगे. तीन दिवसीय यह महोत्सव 12 से 14 फरवरी 2021 तक रोपाखार जलाशय के पास मैनपाट में आयोजित किया गया है.