सरगुजा: सरगुजा जिले की सीतापुर विधानसभा कांग्रेस का वो अभेद्य किला है, जिसमें सेंध मारना भाजपा के लिए किसी सपने से कम नहीं. इस विधानसभा में 2003 के विधानसभा चुनाव से कांग्रेस का ही परचम लहरा रहा है. एक प्रत्याशी हर बार विधायक बन कर विधानसभा पहुंच रहे हैं. 15 वर्षों तक विपक्ष के विधायक रहे. अमरजीत भगत अब भूपेश बघेल मंत्रीमंडल में खाद्य एवं संस्कृति मंत्री हैं. इतना ही नहीं वो इस सरकार के बेहद कद्दावर और तेज तर्रार मंत्री माने जाते हैं.
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सीतापुर विधानसभा का लेखा-जोखा: सीतापुर विधानसभा के लगभग कस्बाई इलाके नेशनल हाइवे पर बसे हैं. जिनमें बतौली और सीतापुर शामिल हैं. विधानसभा की राजनीति भी इन्ही दो कस्बों से तय होती है. हालांकि छत्तीसगढ़ का शिमला मैनपाट भी इसी विधानसभा का हिस्सा है. सीतापुर विधानसभा में मुख्य आकर्षण के केंद्र में भी मैनपाट रहता है. अम्बिकापुर से रायगढ़ और जशपुर मार्ग पर इस विधानसभा के ज्यादातर हिस्से पड़ते हैं. जशपुर और पत्थलगांव की सीमा तक यह विधानसभा लगती है. इस विधानसभा में भी जातिगत समीकरण हावी रहते हैं. उरांव समाज, गोंड, कंवर समाज की बहुलता होने के कारण यही जीत निर्धारित करते हैं.
2018 के विधानसभा चुनाव में सीतापुर सीट से कांग्रेस के अमरजीत भगत ने 36,137 वोटों से जीत दर्ज की थी. कांग्रेस के उम्मीदवार को 86670 वोट मिले तो वहीं बीजेपी के प्रोफेसर गोपाल राम को 50533 वोट मिले. इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या 17,0963 है. अमरजीत लगातार यहां से विधायक हैं. इस बार वो मंत्री बने. 2013 में बीजेपी के राजाराम भगत को अमरजीत भगत ने 17 हजार 855 मतों से हराया था. इससे पहले भी 2008 में भाजपा ने पूर्व मंत्री गणेश राम भगत को अपना उम्मीदवार बनाया था. जिन्हें अमरजीत भगत ने 1337 मतों से हराया था.
सीतापुर विधानसभा चुनाव 2013
- अमरजीत भगत,कांग्रेस, कुल वोट मिले 70217
- राजा राम भगत,बीजेपी, कुल वोट मिले 52362
सीतापुर विधानसभा चुनाव 2008 - अमरजीत भगत, कांग्रेस, कुल वोट मिले 36301
- गणेशराम भगत, बीजेपी, कुल वोट मिले 34579
सीतापुर विधानसभा चुनाव 2003 - अमरजीत भगत, कांग्रेस, कुल वोट मिले 35369
- राजा राम भगत, बीजेपी, कुल वोट मिले, 30267