सरगुजा: छत्तीसगढ़ की हाईप्रोफाइल विधानसभा सीटों में अंबिकापुर विधानसभा सीट है. ये क्षेत्र टीएस सिंहदेव का गढ़ माना जाता है. इस सीट से सिंहदेव ने तीन बार जीत हासिल की है. यहां से कांग्रेस के बागी विधायक चिंतामणि को काफी उम्मीदें थी. इस सीट से वो प्रत्याशी बनना चाहते थे. हाल ही में बीजेपी नेताओं से मुलाकात के दौरान चिंतामणि ने बीजेपी से अंबिकापुर विधानसभा सीट से टिकट को लेकर शर्त भी रखी थी. हालांकि बुधवार को इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की घोषणा हो चुकी है. बीजेपी ने चिंतामणि महाराज की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए राजेश अग्रवाल को अंबिकापुर सीट से टिकट दिया है. राजेश अग्रवाल 2018 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे.
अंबिकापुर सीट पर फतह बीजेपी के लिए चुनौती: अंबिकापुर विधानसभा सीट पर उम्मीदवार के चयन में बीजेपी ने काफी वक्त लिया है. ये सीट पिछले तीन साल से टीएस सिंहदेव जीतते आ रहे हैं. हालांकि बुधवार को बीजेपी ने लखनपुर क्षेत्र के राजेश अग्रवाल को इस क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है. राजेश लखनपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष रह चुके हैं. लखनपुर टीएस सिंहदेव का गढ़ माना जाता है. दूसरी बात यह है कि अम्बिकापुर विधानसभा में अग्रवाल समाज के मतदाताओं की संख्या भी अधिक है. अग्रवाल समाज अब तक टी एस सिंहदेव का साथ देता रहा है. लेकिन भाजपा ने राजेश अग्रवाल को टिकट देकर दोनों ही समीकरण को साधने का प्रयास किया है.
चिंतामणि महाराज की टूटी उम्मीदें: बीजेपी अंबिकापुर सीट से प्रत्याशी की घोषणा में देरी कर रही थी. इससे चिंतामणि को उम्मीद थी कि बीजेपी उन्हें टिकट देगी.चिंतामणी ने भाजपा के सामने यह शर्त रखी थी कि उन्हें अम्बिकापुर विधानसभा से टिकट दी जाए. लेकिन भाजपा हाई कमान ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया और राजेश अग्रवाल को टिकट दे दिया.
मतदाताओं की संख्या: अम्बिकापुर विधानसभा क्षेत्र में साल 2023 में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 54 हजार 845 है. वहीं, यहां पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 25 हजार 935 है जबकि क्षेत्र में 1 लाख 28 हजार 910 महिला मतदाता हैं. यहां 12 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. पूरे अंबिकापुर जिले में साल 2023 में कुल मतदाताओं की संख्या 6 लाख 49 हजार 319 है. इनमें 3 लाख 21 हजार 113 पुरूष मतदाता हैं. जबकि 3 लाख 28 हजार 190 महिला मतदाता हैं. इस साल के चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है.
बता दें कि साल 1952 में अंबिकापुर विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी. ये सीट हाईप्रोफाइल सीटों में एक सीट है. वर्तमान में यहां से प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव विधायक हैं. इस बार भी कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में सिंहदेव को टिकट दिया है. राज्य गठन के बाद साल 2003 में यहां से बीजेपी के कमलनाभ सिंह विधायक बने थे. इसके बाद साल 2008 में टीएस सिंहदेव ने इस सीट से जीत हासिल की थी. इसके बाद साल 2013 और 2018 में भी सिंहदेव ने यहां से जीत हासिल की थी. इस क्षेत्र में 50 फीसद आबादी एसटी वर्ग की है. इनमें उरांव, कंवर और गोंड समाज के लोग यहां ज्यादा रहते हैं.