ETV Bharat / state

सीतापुर: धूमधाम से मनाया गया छेरछेरा का पर्व, घर-घर जाकर बच्चों ने मांगा धान

प्रदेश के विभिन्न अंचलों में छेरछेरा का पर्व धूमधाम से मनाया गया. इस पर्व में बच्चों ने सभी के घर जाकर धान मांगकर छेरछेरा का त्योहार मनाया.

Chherchera festival celebrated in Sitapur of Surguja
छेरछेरा पर्व मनाते बच्चे
author img

By

Published : Jan 10, 2020, 7:22 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: जिले के सीतापुर में छेरछेरा पर्व बहुत उत्साह के साथ मनाया गया. आदिवासी क्षेत्र होने के कारण यहां के लोगों के लिए छेरछेरा बड़ा पर्व है. छेरछेरा पर्व में छोटे-छोटे बच्चे घर-घर जाकर धान मांगते हैं. इस पर्व को बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है.

धूमधाम से मनाया गया छेरछेरा का पर्व

छेरछेरा पर्व पर घरों में पकवान बनाएं जाते हैं. बड़े-छोटे मिलकर एक साथ छेरछेरा गीत को गाकर उत्साह मनाते हैं. जब धान कटने के बाद धान घरों में लाया जाता है तब छेरछेरा का त्योहार मनाया जाता है. छोटे-छोटे बच्चे इस पर्व को बड़े ही उत्साह से मनाते हैं.

बच्चे 5 से 10 की टोली में धान लेने सभी के घरों में जाते हैं. धान मांगने के साथ बच्चे छेरछेरा पर्व का संदेश पहुंचाते हैं.

सरगुजा: जिले के सीतापुर में छेरछेरा पर्व बहुत उत्साह के साथ मनाया गया. आदिवासी क्षेत्र होने के कारण यहां के लोगों के लिए छेरछेरा बड़ा पर्व है. छेरछेरा पर्व में छोटे-छोटे बच्चे घर-घर जाकर धान मांगते हैं. इस पर्व को बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है.

धूमधाम से मनाया गया छेरछेरा का पर्व

छेरछेरा पर्व पर घरों में पकवान बनाएं जाते हैं. बड़े-छोटे मिलकर एक साथ छेरछेरा गीत को गाकर उत्साह मनाते हैं. जब धान कटने के बाद धान घरों में लाया जाता है तब छेरछेरा का त्योहार मनाया जाता है. छोटे-छोटे बच्चे इस पर्व को बड़े ही उत्साह से मनाते हैं.

बच्चे 5 से 10 की टोली में धान लेने सभी के घरों में जाते हैं. धान मांगने के साथ बच्चे छेरछेरा पर्व का संदेश पहुंचाते हैं.

Intro:सरगुजा जैसे आदिवासी अंचल क्षेत्र में छेरछेरा पर्व बहुत उत्साह के साथ मनाया गया आपको बता दें सरगुजा क्षेत्र में सर्वाधिक आदिवासी रहते हैं छेरछेरा पर्व धान काटने के बाद घर में लाया जाता है तो अब इस पर्व को मनाते हैं छोटे-छोटे बच्चे छेरछेरा पर्व में अपने क्षेत्र के सभी गांव में जाकर धान मांगते हैं और इस पर्व को बड़े ही उत्साह पूर्वक मनाते हैं Body:सभी के घरों में विभिन्न प्रकार के पकवान बनाएं जाते हैं बड़े छोटे मिलकर एक साथ छेरछेरा गीत को गा के उत्साह मनाते हैं Conclusion:सीतापुर में छेरछेरा पर्व बहुत ही उत्साह से मनाया गया बच्चे 5 से 10 की डोली में धान लेने सभी के घरों में जाते हैं और छेरछेरा पर्व का संदेश पहुंचाते हैं
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.