अंबिकापुर: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को आम बजट पेश किया. वित्त मंत्री ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखा. हेल्थ सेक्टर के लिए बजट 94 हज़ार करोड़ से बढ़ाकर 2.23 लाख करोड़ किया है. इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं लाने में तेजी आएगी. इस पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने खुशी जाहिर की है.
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छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बजट बढ़ने पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 सबको सिखाया है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में किसको यूनिवर्सल हेल्थ केयर कहते थे. जिसपर लोग हंसते थे, मजाक उड़ाया करते थे. यह कौन सी चिड़िया है ? आज कोविड-19 ने बताया कि पब्लिक हेल्थ सिस्टम को मजबूत करने की कितनी जरूरत है.
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सरकारी अस्पताल और व्यवस्थाओं को मजबूत करने की जरूरत
मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि जब कोविड-19 आया, तब अनेकों निजी अस्पताल डर, भय से बंद हो गए थे. सिर्फ सरकारी क्षेत्र के ही डॉक्टर उपलब्ध हुआ करते थे. यही वजह है कि सरकारी अस्पताल और व्यवस्थाओं को बहुत मजबूत करने की जरूरत है.
2.2 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव
कोरोना महामारी के बीच सरकार ने अगले वित्त वर्ष में स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च को दोगुना से अधिक कर दिया है. अगले वित्त वर्ष में सरकार का स्वास्थ्य क्षेत्र पर 2.2 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव है. इसके अलावा कुछ आयातित उत्पादों पर एक नया कृषि उपकर भी लगाया गया है.
सोमवार को पेश हुआ आम बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में वित्त वर्ष 2021-22 का आम बजट पेश करते हुए संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था को उबारने, देश में विनिर्माण गतिविधियों को प्रोत्साहन देने तथा कृषि उत्पादों के बाजार की मजबूती के उपायों की घोषणा की.