सरगुजा : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव 2023 से पहले भी कर्जमाफी की घोषणा की हैं. इस घोषणा का फायदा कांग्रेस को चुनाव में कितना मिलेगा ये तो 3 दिसंबर को ही पता चलेगा, लेकिन ये जरूर है कि किसानों का कर्ज कुछ हद तक कम होगा. छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने ETV भारत से बताया कि किसानों से बात करने के दौरान उन्होंने इस साल बारिश नहीं होने के कारण सूखे पर चिंता जताई. जिसके बाद ये फैसला लिया गया.
किसानों की परेशानी दूर करने किया कर्जमाफी का फैसला: टीएस सिंहदेव ने बताया कि पिछले साल की तरह इस साल भी बारिश सामान्य रही. खासकर सरगुजा संभाग के कई इलाकों में सूखे की स्थिति बनी. चुनाव प्रचार के दौरान गांव के किसानों ने बारिश नहीं होने से फसल बर्बाद होने के बारे में बताया. जिसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार की एक बैठक हुई. इस बैठक में फैसला लिया गया कि साल 2018 की तरह इस साल भी किसानों का कर्जमाफ कर उन्हें राहत दी जाए.
छत्तीसगढ़ में कितनी हुई बारिश: बता दें कि इस साल छत्तीसगढ़ में औसत से कम बारिश हुई. 1 जून से 30 सितम्बर तक प्रदेश में 1142.1 मिलीमीटर बारिश होनी थी, लेकिन सिर्फ 1061.3 मिलीमीटर बारिश हुई हैं. सरगुजा संभाग की बात करें तो यहां काफी कम बारिश हुई हैं. सरगुजा संभाग में जून से सितंबर तक 1223.2 मिलीमीटर बारिश होनी थी लेकिन जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ 545.6 मिलीमीटर बारिश हुई. सरगुजा संभाग में सूरजपुर और जशपुर में सबसे कम बारिश हुई.
छत्तीसगढ़ में ज्वाइंट लीडरशिप में कांग्रेस कर रही काम: टीएस सिंहदेव शुक्रवार को अपना नामांकन जमा करने अंबिकापुर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे इसी दौरान उन्होंने ये बातें ETV भारत से कही. छत्तीसगढ़ में चुनाव तैयारियों को लेकर सिंहदेव ने बताया कि ज्वॉइंट लीडरशिप में कांग्रेस काम कर रही हैं. जिसको जैसा समय मिल रहा है वो अन्य क्षेत्रों में जा रहे हैं. अपनी विधानसभा में भी समय दे रहे हैं. पार्टी के लिये जितना बेहतर हो सके सभी कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता कर रहे हैं.
साल 2018 में जनता ने भरोसा जताया, हमें काम करने का अवसर मिला. छत्तीसगढ़ की जनता के लिए और काम करना चाह रहे हैं. इसी भरोसे के साथ जनता से वोट मांग रहे हैं. - टीएस सिंहदेव, डिप्टी सीएम
बागियों को समझाने की जरूरत: टिकट ना मिलने से नाराज और कांग्रेस के बागियों के लिए टीएस सिंहदेव ने कहा कि जब किसी एक को टिकट मिलता है तो बाकी नाराज हो जाते हैं. उनको समझाना पड़ता है कि संगठन के माध्यम से जनता के प्रति उनकी क्या जवाबदारी है. उन्हें बताया होता है कि हमने अपने लिए टिकट नही मांगा बल्कि पार्टी के लिए टिकट मांगा. संगठन में किसको क्या जिम्मेदारी देना है ये पार्टी तय करती है. सभी को उस दायरे में रहकर काम करना चाहिये.
अंबिकापुर से भाजपा प्रत्याशी राजेश अग्रवाल के साथ सीधी टक्कर को लेकर सिंहदेव ने कहा कि हम लोग सब सरगुजा के परिवार के सदस्य हैं. चुनाव में आपसी दुराव नहीं होना चाहिये, ना ही ऐसा है. राजनीतिक दल से जुड़ कर चुनाव लड़ना होता है. हर दल की अपनी विचारधारा है, उसके अनुसार हमें करना होता है, लेकिन संबंधों में दुराव नहीं होना चाहिये.