अंबिकापुर: विधानसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को चार्ज करने संभाग स्तरीय सम्मेलन को लेकर तैयारियां जोरों पर है. 13 जून को होने वाले संभाग स्तरीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा पहली बार सरगुजा आ रही है. कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, सीएम भूपेश बघेल के साथ कई बड़े नेता व पदाधिकारी भी शामिल होंगे.
क्या सरगुजा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की दूर होगी नाराजगी: कांग्रेस के दिग्गज नेता विधानसभा चुनाव से पहले सरगुजा के कार्यकर्ताओं में जोश भरने आ रहे हैं लेकिन सरगुजा में चल रही राजनीतिक उठापटक व लगातार अपनी ही सरकार में अनदेखी को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी समय समय पर बाहर आती रही है. ऐसे में अब देखना यह है कि इस सम्मेलन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुट नजर आते है या नहीं.
कांग्रेस के इस आयोजन के लिये रिंग रोड स्थित पर्पल आर्किड को चुना गया है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए है. जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बताया कि वे लगातार स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के सम्पर्क में रहकर निर्देशों के अनुसार तैयारियां करा रहे हैं. सोमवार की दोपहर तैयारियों का जायजा लेने के लिए राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश सह प्रभारी डॉ. चन्दन यादव व पीसीसी महामंत्री रवि घोष सरगुजा पहुंच चुके है.
कार्यक्रम 11 बजे दीप प्रज्ज्वलन से शुरू होकर दोपहर 3.30 बजे तक चलेगा. इस दौरान विभिन्न सत्र में पार्टी की नीतियों, राज्य सरकार के कार्य और उपलब्धि के साथ ही मोदी सरकार की विफलता पर भी चर्चा होगी. कार्यक्रम में संभाग भर से कांग्रेस के करीब 800 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. इसमें संभाग के पांचों जिलों के अध्यक्ष, प्रभारी, कार्यकारिणी, पंचायत एवं नगरीय निकाय के प्रमुख सहित संभाग के सभी विधायक, निगम मंडल के अध्यक्ष भी शामिल होंगे.
चार संभागों में पूरा हुआ कांग्रेस का सम्मेलन: इससे पहले बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर में संभागीय सम्मेलन कर कार्यकर्ताओं को एकजुट और संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया गया. बस्तर में सरकार ने अपनी योजनाएं जनजन तक पहुंचाने का काम कार्यकर्ताओं को सौंपा. बिलापुर में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं सहित संभाग के जिला स्तर कमेटी का गठन के साथ ही ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की सक्रियता सम्मेलन में परखी गई. दुर्ग में पिछली बार की 18 सीटों से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया. रायपुर में विधानसभा चुनावों को लेकर कार्यकर्ताओं की रीचार्ज किया गया.