सरगुजा: bad condition of udaan service in chhattisgarh छत्तीसगढ़ में उड़ान योजना के तहत घरेलू हवाई सेवा शुरू होनी थी. जगदलपुर, बिलासपुर और अम्बिकापुर में यह सेवा शुरू होनी थी. जगदलपुर और बिलासपुर से उड़ान शुरू हो चुकी है लेकिन अम्बिकापुर से हवाई सेवा शुरू नहीं हो सकी. पहले चरण में विमान एजेंसियों के पीछे हटने से काम बिगड़ा तो अब 72 सीटर बड़े विमान के अनुसार एयरपोर्ट को विकसित करने के कारण काम अटका है. एयरपोर्ट निर्माण की गति बेहद धीमी है. कई बार डीजीसीए ने कमियां निकाली और उसे सुधारा गया. लेकिन समय सीमा बीत जाने के बाद भी एयरपोर्ट का निर्माण नहीं हो सका है. ऐसे में शहर के लोग ना जाने कब तक हवाई सेवा से महरूम रहेंगे यह कहा नहीं जा सकता. Air service not started in Surguja
अंबिकापुर एयरपोर्ट पर सिर्फ 72 सीटर विमान की मिल सकेगी सेवा: दरिमा स्थित मां महामाया एरयपोर्ट में घरेलू उड़ान सेवा शुरू करने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत यहां अब 72 सीटर विमान उड़ाने की योजना है. 72 सीटर विमान की सेवा शुरू करने के लिए एयरपोर्ट के रनवे की लम्बाई और क्षमता में उन्नयन करने के साथ ही अन्य निर्माण कार्यों के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था. जिसके बाद शासन से रनवे की लम्बाई और क्षमता बढ़ाने के साथ ही अन्य निर्माण कार्यों के लिए 44 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करने के साथ ही निर्माण का जिम्मा लोक निर्माण विभाग को दिया था.
रनवे का काम भी नहीं हुआ पूरा: दरिमा स्थित मां महामाया एयरपोर्ट पर पूर्व में 1516 मीटर लम्बे रनवे का निर्माण किया गया था. इसकी पीसीएन क्षमता 12 थी. इस क्षमता के रनवे पर छोटे विमान उतर सकते हैं. घरेलू उड़ान शुरू करने के लिए 72 सीटर विमान की सेवा शुरू होनी है और इसके लिए रनवे की लम्बाई 1800 मीटर करनी है. विभाग द्वारा रनवे की लम्बाई बढ़ाने के साथ ही इसकी क्षमता को भी 25 पीसीएन या उससे अधिक किया जा रहा है. एयरपोर्ट में रनवे की लम्बाई व क्षमता बढ़ाने के साथ ही 1 आइसोलेशन वे, एक एप्रान, 2 टैक्सी वे, रेसा, स्टॉप वे, 2 नग टन पेड का भी निर्माण किया जाना है. इनमें आइसोलेशन वे में प्लेन के खराब होने या किसी अन्य कारणों से रनवे से हटा कर रखा जाता है. इसके साथ ही एप्रान उस स्थान को कहा जाता है जहां प्लेन में पैसेंजर को चढ़ाया या उतारा जाता है. टैक्सी वे रनवे से एप्रान तक जाने का रास्ता होता है. रेसा उस स्थान को कहा जाता है जहां किसी कारण प्लेन के रनवे पर स्किड करने पर उसे रोकने का काम करना है. जबकि स्टॉप पेड का काम भी रनवे से आगे निकले प्लेन को रोकना होता है.
ये कार्य हो चुके हैं पूरे: दरिमा एयरपोर्ट में 22 करोड़ रुपए की लागत से लोक निर्माण विभाग द्वारा 1500 बाई 30 मीटर लम्बे रनवे, 8 किमी लम्बे और 8 मीटर ऊंचे फेंसिंग युक्त दीवार, 30 सीटर पारदर्शी टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टावर, 6 वॉच टावर, मौसम विभाग के कार्यलय, फायर पिट, एक लाख लीटर क्षमता के वाटर रीजर वायर, शेड निर्माण, सिक्योरिटी रूम, पैरिमेटर रोड, गार्डन, कार पार्किंग सहित अन्य निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए गए थे. डीजीसीए के मापदंड के अनुसार सारे निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद भी दरिमा एयरपोर्ट को डीजीसीए से उड़ान की अनुमति नहीं मिल पाई थी और बाद में यह निर्णय लिया गया था कि छोटे विमान के स्थान पर 72 सीटर विमान की सेवा जिले में प्रारम्भ की जाएगी.
अंबिकापुर एयरपोर्ट पर अब भी निर्माण कार्य जारी: मां महामाया एयरपोर्ट में रनवे की लम्बाई बढ़ाने के साथ ही चल रहे निर्माण कार्यों के कारण अब यहां विमानों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. निर्माण की तैयारियां शुरू होने के बाद 7 दिसम्बर 2021 से ही प्लेन की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. जिसके बाद निर्माण कार्य पूर्ण होने तक एयरपोर्ट पर किसी भी प्रकार का विमान नहीं उतर सकेगा और ना ही उड़ान भर सकेगा. विभाग द्वारा निर्माण कार्यों को जून 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन तय समय में निर्माण कार्य पूरा नही कराया जा सका है.
मेडिकल इमरजेंसी में मिलेगी राहत: सरगुजा के लोग लंबे समय से हवाई सेवा का सपना देख रहे हैं. यहां पूर्व में कई नेताओं ने मंच से सपना दिखाया तय की हवाई चप्पल पहनने वाले हवाई यात्रा करेगा. लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण कछुआ गति से एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है. राजेश उपाध्याय कहते हैं कि " हम लोग हमेशा से सुनते आ रहे हैं कि हवाई सेवा आज चालू हो जाएगा, कल चालू हो जाएगा. इस मांग के लिये हम लोग जितने उत्साहित थे आज उतने ही निराश हैं. खूब सुने की हवाई सेवा शुरु होगी. लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं. खासकर मैं यहां के जनप्रतिनिधियों से मांग करना चाहूंगा कि खासकर के मेडिकल सुविधा में हम बहुत पीछे हैं. हवाई सेवा शुरू होने से मेडिकल सुविधाओं में इजाफा होगा. व्यापार में भी फायदा होगा"
सरगुजा में हवाई सेवा कब होगी शुरू: सरगुजा के जितेंद्र सोनी कहते हैं कि "2018 में यह योजना मिली थी. लेकिन सरकार के धीमे काम की वजह से आज तक एयरपोर्ट कम्प्लीट नहीं हो सका है. इसके साथ ही जगदलपुर और बिलासपुर की घोषणा हुई थी वहां हवाई सेवा शुरू हो गई है. लेकिन अम्बिकापुर में नहीं शुरू हो सकी है. हम लोग चाहते हैं कि जल्द हवाई सेवा शुरु हो सके ताकि सरगुजा वासी भी हवाई सेवा का लाभ ले सकें"
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हवाई सेवा और एयरपोर्ट को लेकर अब भी समय सीमा तय नहीं: इस पूरे मामले में जिले के कलेक्टर कुंदन कुमार कहते हैं "दरिमा हवाई अड्डे का कार्य 4 महीने से तेज गति से चल रहा है. अभी इंटर डिसिप्लिनरी टीम सेंट्रल से आई थी. वो लोग बता कर गए हैं की क्या क्या चीजें चेक करेंगे. उसके हिसाब से रनवे के काम में डब्ल्यू एमएम का काम 90%कम्प्लीट हो गया है. बीटी का काम तीन लेबल का होता है. इन तीनों लेयर के बीटी के लिए तैयारी कर ली गई है. बारिश में काम बंद रहा लेकिन अब लगता है कि दिसंबर या जनवरी तक हम विजिट और लाइसेंसिंग की प्रक्रिया के लिये आगे बढ़ सकेंगे"
चुनाव आने वाले हैं अब लोकार्पण हो जाएगा: स्थानीय विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा " उस समय उड़ान योजना में जिन कंपनियों ने भाग लिया था वो पीछे हो गई. उन लोग उसको चला नहीं पाये. उसके बाद फिर ये बात सामने आई कि पहले जो 18-19 सीटर से हवाई सेवा शुरू होनी थी. उसके स्थान पर 72 सीटर हवाई जहाज भी यहां उतर सके ताकि लोग और जगह भी जा सके. इस बावत पहल हुई नया और लंबा एयर स्ट्रीप बन रहा है. एक बार ये बन जायेगा तो कोई अड़चन आनी नहीं चाहिये. इसमे केंद्रीय मंत्री जी से भी बात हो रखी है. चुनाव आने वाला है नेता लोग ये चाहते हैं कि चुनाव के पहले हम फीता काट दें तो मुझे लगता है कि सितंबर तक यह लोकार्पित हो जायेगा"