सरगुजा : स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के गृह जिले में कोरोना संक्रमित लोगों के लिए राहत की खबर है. यहां अब निजी अस्पतालों में इलाज के लिए महंगे बिल से छुटकारा मिलेगा. कोरोना संक्रमितों का इलाज अब आयुष्मान कार्ड से भी किया जा सकेगा. इस तरह की सुविधा देने वाला सरगुजा प्रदेश का पहला जिला होगा. पूरे प्रदेश में अगर इसे लागू किया जाए, तो ये बड़ी राहत होगी. वर्तमान में जो मरीज निर्धारित अस्पतालों में भर्ती हैं, उन्हें भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा. डिस्चार्ज होने के बाद उनके बिल का भी भुगतान आयुष्मान कार्ड से ही होगा.
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में अस्पताल के बेड अब फुल होने की कगार पर हैं. मरीजों को शासकीय अस्पतालों पर विश्वास अब तक नहीं हो पाया है. ऐसे में वे निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं. संक्रमण की भयावह स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने शहर के लगभग पांच अस्पतालों को चुना है. यहां कुल 144 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कराए गए हैं. इसके साथ ही इन अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए शासन स्तर से दर निर्धारित किया गया है, लेकिन निजी अस्पतालों में भारी-भरकम इलाज का खर्च वहन करना हर व्यक्ति के लिए संभव नहीं था.
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कलेक्टर ने लिया फैसला
स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सुझाव के बाद कलेक्टर संजीव झा ने एक बड़ा फैसला लिया है. कलेक्टर ने प्रशासन की ओर से निर्धारित सभी निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा को निःशुल्क करने का निर्णय लिया है. इन कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार निजी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड से किया जाएगा. इसका पूरा खर्च मरीज के आयुष्मान खाते से ब्लॉक कर निजी अस्पताल को प्रदान किया जाएगा. बड़ी बात यह है कि ऐसा करने वाला सरगुजा प्रदेश का पहला जिला है.
निःशुल्क उपचार
प्रदेश के दूसरे निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों के इलाज की सुविधा है. लेकिन अब निजी अस्पतालों में भी निःशुल्क उपचार की सुविधा देने वाला सरगुजा पहला जिला बन गया है. वहीं इस व्यवस्था को लागू करने के लिए हर अस्पताल में आयुष्मान मित्र बैठाए जाएंगे, जो मरीजों के फॉर्म भरने और राशि ब्लॉक करने का कार्य करेंगे. इसके साथ ही वर्तमान में जो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, उनका भी उपचार आयुष्मान कार्ड से ही होगा.
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इलाज का दर निर्धारित
शासन की ओर से निजी अस्पतालों में जो दर निर्धारित किया गया है, उसके मुताबिक खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत ऑक्सीजन के साथ हाई डिपेंडेंसी यूनिट के निजी अस्पताल में इलाज के लिए 5 हजार 500 रुपये प्रतिदिन, वेंटिलेटर के साथ आईसीयू के लिए 9 हजार प्रतिदिन और बिना वेंटिलेटर के साथ आईसीयू के लिए 7 हजार रुपये प्रतिदिन निर्धारित किया गया है.
इलाज का खर्च
इसी तरह बिना योजना वाले निजी चिकित्सालयों के लिए एनएबीएच संबद्ध अस्पताल बिना आईसीयू के लिए 4 हजार रुपये प्रतिदिन, वेंटिलेटर के साथ आईसीयू के लिए 11 हजार प्रतिदिन और बिना वेंटिलेटर के साथ आईसीयू के लिए 8 हजार 500 रुपये प्रतिदिन और एनएबीएच असंबद्ध अस्पतालों में इलाज के लिए बिना आईसीयू के 4 हजार रुपये प्रतिदिन, वेंटिलेटर के साथ आईसीयू के लिए 11 रुपये हजार प्रतिदिन और बिना वेंटिलेटर के साथ आईसीयू के लिए 7 हजार 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दर निर्धारित की गई है.
इसमें कोविड-19 टेस्टिंग, महंगी दवाईयां, सिटी स्कैन और एमआरआई शुल्क शामिल नहीं है. इसी दर के हिसाब से निजी अस्पतालों में अब आयुष्मान कार्ड से इलाज होगा.
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निजी अस्पतालों में 144 बेड आरक्षित
कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए सरगुजा जिले के 5 निजी अस्पतालों में 144 बेड रिजर्व किया गया है. जिले के होलीक्राॅस हॉस्पिटल में आईसीयू बेड 6, ऑक्सीजन बेड 8, जनरल बेड 36, कुल बेड संख्या 50, जीवन ज्योति हॉस्पिटल में आईसीयू बेड 14, ऑक्सीजन बेड 36, कुल बेड संख्या 50, केडी हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर में आईसीयू बेड 4, ऑक्सीजन बेड 10, कुल बेड संख्या 14, लाइफ लाइन हॉस्पिटल में आईसीयू बेड 8, ऑक्सीजन बेड 12, कुल बेड संख्या 20 और माता राजरानी मेमोरियल हॉस्पिटल अम्बिकापुर में ऑक्सीजन बेड 10 समेत कुल बेड संख्या 10 है.