सरगुजा: छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट को देखने सैलानी दूर दूर से आते हैं. लेकिन क्या आपको पता है इससे भी कहीं अधिक खूबसूरत स्थान सरगुजा में है, जिसकी जानकारी बहुत कम लोगों को ही है. लेकिन सरगुजा में कुछ ऐसे पर्यटन प्रेमी हैं, जो ऐसे स्थानों की खोज करते रहते हैं. इनमें से एक हैं एडवोकेट जयेश वर्मा, जिन्होंने संभाग में कई महत्वपूर्ण पर्यटक जगहों की खोज की है. तो आइये जानते हैं कि सरगुजा में मैनपाट और रामगढ़ के अलावा और कौन कौन से पर्टक स्थल हैं.
सरगुजा के अन्य पर्यटन स्थल: सरगुजा में मैनपाट और रामगढ़ के अलावा और भी खूबसूरत स्थान हैं. इनमें राम वन गमन पथ का द्वार सीतामढ़ी की गुफाएं, रामदहा वाटर फाल, मनेन्द्रगढ़ में जीवाश्म पार्क, बलरामपुर के रामचंद्रपुर में घुरु सिंधु वाटर फॉल, चांदो के पास पवई वाटर फॉल, शंकरगढ़ के पास द नगरी वाटर फॉल है. इसके साथ ही मकरभंजा वाटर फॉल है, जो छत्तीसगढ़ का सबसे ऊंचा झरना है, ये दोनों ही जशपुर जिले में आते है. सतमहला ऋषि जमदग्नि की तपोभूमि, परशुराम की जन्म स्थली, सूरजपुर का लेफरी झरना और बलरामपुर में बच्छराज कुंवर भी बेहद सुंदर जगह है. इसके अलावा गौर घाट का झरना भी बेहद खूबसूरत है, जो कोरिया जिले में स्थित है.
इन पर्यटन स्थलों तक कैसे पहुंचे? : सीतामढ़ी और रामदहा एमसीबी के जनकपुर में हैं. यह मनेन्द्रगढ़ से 120 किलोमीटर दूर है. मध्यप्रदेश के शहडोल से भी यहां जाने का रास्ता है. शहडोल से इनकी दूरी कम है. घुरु सिंधू फाल अम्बिकापुर से करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित है. बलरामपुर से 105 किलोमीटर दूर चांदो में पवई फाल स्थित है. दन गिरी और मकरभंजा जाने के लिये आपको अम्बिकापुर से 80 किलोमीटर दूर शंकरगढ़ जाना होगा. उदयपुर विकासखंड से करीब 110 किमी दूर सतमहला है. यूपी बार्डर पर 170 किलोमीटर दूर बछराजकुंवर धाम है. वहीं अम्बिकापुर से 80 किलोमीटर दूर कोरिया में गौर घाट है, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है.