सरगुजा: आदिवासी बाहुल्य सरगुजा के बच्चे पढ़ाई के साथ खेल में बेहतर प्रदर्शन कर देश प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं. इनमें ज्यादातर बच्चे आदिवासी समाज से हैं. सरगुजा की एक आदिवासी किसान की बेटी ने एक बार फिर प्रदेश और सरगुजा का नाम रोशन किया है. आदिवासी किसान की बेटी आंचल ने एक ऐसा मॉडल इनवेंट किया है, जिसे देशभर में पहला स्थान मिला है. अब इस बच्ची को भारत का प्रतिनिधित्व करने जापान जाने का मौका मिला है.
जापान में देश का करेंगी प्रतिनिधित्व: 9 से 11 नवंबर तक दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 10वीं राष्ट्र स्तरीय प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था. इस सम्मान समारोह में सरगुजा की छात्रा आंचल के मॉडल को जमकर सराहा गया. आंचल को दिल्ली में आयोजित दसवें राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में इंस्पायर अवार्ड से सम्मानित भी किया गया है. देशभर के सभी प्रदेशों से आए बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए मॉडल में से सरगुजा का नवाचार मॉडल अव्वल रहा. इसके साथ ही आंचल का चयन साल 2024 में जापान में होने वाले अंतरराष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी के लिए किया गया है. अब आंचल जापान में पूरे देश का प्रतिनिधित्व करेंगी.
स्टेट के बाद नेशनल लेवल पर मिला फर्स्ट अवार्ड: 15 वर्षीया आंचल तिग्गा जिले के लखनपुर विकासखंड के ग्राम सिंगिटाना स्थित पूर्व माध्यमिक शाला की छात्रा है. कक्षा 8वीं की आंचल तिग्गा ने विज्ञान प्रदर्शनी के दौरान अपने मॉडल में एडजस्टेबल गैस स्टोव और गैस स्टैंड को बनाया था. छात्रा द्वारा बनाए गए मॉडल को पहले जिला स्तर और फिर प्रदेश स्तर पर सर्वश्रेष्ठ मॉडल के रूप में चुना गया. राज्य स्तर पर प्रथम स्थान हासिल करने के बाद आंचल के मॉडल को अब राष्ट्रीय स्तर पर भी पहले स्थान पर चुना गया है.
बच्चों को प्रत्साहित करने शिक्षकों को दी सलाह: सरगुजा के डीईओ संजय गुहे ने छात्रा आंचल की तारीफ की. उन्होंने कहा, "छात्रा ने अपने परिवार और स्कूल के साथ पूरे प्रदेश का गौरव बढ़ाया है. इनके द्वारा बनाया गया मॉडल वाकई कबीले तारीफ है. जिले से लेकर राज्य स्तर तक सभी ने इसकी सराहना की थी. अब राष्ट्रीय अवार्ड मिलने से विभाग में भी खुशी का माहौल है.
"स्कूल में शिक्षकों के द्वारा बनाया गया बेहतर वातावरण ऐसे कार्यों के लिये उपयोगी साबित होता है. बच्चों को शिक्षक प्रोत्साहित करें, तभी बच्चे अपने टैलेंट को पहचान कर उसे निखार सकेंगे" - संजय गुहे, डीईओ
आंचल का मॉडल क्यों है खास?: कुमारी आंचल ने अपने मॉडल को समझाते हुए बताया कि घरों में खाना बनाते समय कम ऊंचाई वाले सदस्यों को चूल्हा तक पहुंचने में कठिनाई होती थी. इसी समस्या को ध्यान में रखकर एक उपकरण बनाया गया, जो गैस चूल्हा के नीचे लगाया जाता है. जैक, गोलाकार कुंडी, स्टील पाइप एवं चादर से बने इस उपकरण को आसानी से उपयोग में लाया जा सकता है. इसे पिकनिक और शादी वगैरह में भी उपयोग किया जा सकता है.