अंबिकापुर: अंबिकापुर के रिखीमुड़ा में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ है.यहां के रिखीमुड़ा सरकारी स्कूल में 5 छात्र सहित एक टीचर करंट की चपेट में आ गए. जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गए. घायल टीचर को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उनका इलाज जारी है. हादसे में झुलसे बच्चों की स्थिति अभी ठीक है. सभी बच्चे अपने घर पर हैं.
स्कूल में पढ़ाई के दौरान हुआ हादसा: रिखीमुड़ा प्राइमरी स्कूल में रोज की तरह बच्चे पढ़ाई करने पहुंचे थे. इस दौरान बिजली विभाग की तरफ से लगाए गए मीटर की तार में करंट दौड़ गया. फिर यह करंट स्कूल में फैल गया. जिससे पांच छात्र करंट की चपेट में आ गए. स्कूली बच्चों को बचाने के लिए महिला टीचर गई. तो वह भी कंरट की चपेट में आ गई. इस समय स्कूल में पढ़ाई जारी थी.
स्कूल के मीटर से स्कूल में आया करंट: उस वक्त अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया जब रोजाना की तरह बच्चे स्कूल आए हुए थे. इसी दौरान विद्युत विभाग के द्वारा लगाए गए मीटर के तार में प्रवाहित करंट की चपेट मे आने से पांच छात्र घायल हो गए. बच्चों को बचाने के दौरान एक शिक्षिका गंभीर रूप से घायल हो गई. शिक्षिका को इलाज के लिए अंबिकापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
"मैं स्कूल गया था. थोड़े देर के बाद स्कूल में करंट आ गया. मैं बेहोश हो गया था. करंट की चपेट में आने से मेरा हाथ जल गया है.": घायल छात्र
हादसे के बाद परिजनों में स्कूल प्रबंधन को लेकर गुस्सा: इस घटना के बाद बच्चों के परिजनों में काफी नाराजगी है. एक बच्चे की मां आशा माली ने बताया कि" हमने अपने बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल भेजा था. स्कूल में अचानक करंट आ गया. चपेट में आने से बच्चों का हाथ जल गया है. जब स्कूल में ऐसा हुआ तो मैडम लोगों को हमें खबर करना चाहिए. कोई खबर नहीं किया. मेरा बेटा बेहोश हो गया था .किसी को उसे पहुंचाना चाहिए या फिर हमें बताना चाहिए था."
ये है हादसे की वजह: स्कूल प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि एक महीने पहले इस स्कूल में बिजली विभाग की तरफ से बिजली का मीटर लगाया गया था. लेकिन विधुत विभाग के द्वारा तार को सही तरीके से शिफ्ट नहीं किया गया था. वायरिंग का काम भी किया जाना था. लेकिन वायरिंग आधा अधूरा होने की वजह से स्कूल के सामने झूल रहे तार को ऊपर करने का प्रयास बच्चों की तरफ से किया गया. इसी दौरान बच्चों सहित वहां मौजूद टीचर करंट की चपेट में आ गए.