अंबिकापुर: जिले के गांधीनगर क्षेत्र के ग्राम बलसेड़ी में गलत इलाज के कारण आठ साल के बच्चे की मौत हो गई. दरअसल बच्चे के पेट के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बड़ी गलती कर दी, जिसका खामियाजा बच्चे को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा.
मृतक बच्चे का नाम आलोक कुमार है जिसे 4 सितंबर को पेट में दर्द होने पर उसके दादा घूरउ राम रायगढ़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज कराने ले गए थे. अस्पताल में कई तरह के जांच के बाद डॉक्टरों ने पथरी होने की बात कह कर तुरंत बच्चे का ऑपरेशन कर दिया.
छुट्टी पर चले गए डॉक्टर
आपरेशन के दो घंटे बाद बच्चे को होश आने पर उसने पेट में तकलीफ होने की बात कही, जिसके बाद बच्चे के दादा घुरउ राम ने ऑपरेशन डॉक्टर को इसकी जानकारी दी. लेकिन डॉक्टर ने उसकी एक न सुनी और तकलीफ होने पर दूसरे डॉक्टर को दिखाने की सलाह देकर छुट्टी पर चले गए.
दूसरे अस्पताल से पता चला गलत तरीके से हुआ है ऑपरेशन
ऑपरेशन के बाद बच्चे की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर 8 सितंबर को बच्चे को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया. भर्ती करने पर पता चला की ऑपरेशन गलत तरीके से हुआ है और गुरुवार को इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
बच्चे के दादा का आरोप है कि निजी अस्पताल में आयुष्मान कार्ड से इलाज नहीं किया गया. उनसे इलाज में हुए खर्च के पैसे मांगे हैं.' उन्होंने कहा कि, 'अस्पताल के डॉक्टर ने पोते की पेशाब की नली का गलत तरीके से ऑपरेशन कर दिया जिससे पेशाब पेट के पास दूसरी जगह से निकल रहा था और इस वजह से उसकी तबीयत ज्यादा खराब हुई.'
वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.